पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान पूरी दुनिया में बेनकाब हो रहा है। पिछले दिनों भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर भी जर्मनी, डेनमार्क और नीदरलैंड के दौरे पर गए हुए थे। वहां पर जर्मन सांसदों से मुलाकात की। इस कड़ी में कई सांसदों ने पाकिस्तानी आतंकियों को बेनकाब किया। बता दें कि असदुद्दीन ओवैसी सात बहुदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडलों में से एक का हिस्सा है, जो आतंकवाद के खिलाफ भात का रुख सामने रखने के लिए विदेश राजधानी का दौरा कर रहे हैं। एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने रविवार को बहरीन में एक महत्वपूर्ण बैठक में आतंकवाद पर भारत के शून्य-सहिष्णुता के रुख पर जोर दिया और एक स्पष्ट संदेश दिया, जहां उन्होंने पाकिस्तान को 'पीड़ित नहीं, बल्कि एक हमलावर' कहा।
पाकिस्तान एक हमलावर है, पीड़ित नहीं
बता दें कि आतंकवाद पर पाकिस्तान के कथित दोहरे मानदंडों को उजागर करने के उद्देश्य से दिए गए एक कड़े बयान में ओवैसी ने इस बात पर जोर दिया कि यह इस्लामाबाद ही है, जिसने लगातार सीमापार आतंकवाद को बढ़ावा दिया है, न कि उससे पीड़ित रहा है। ओवैसी ने यह भी कहा कि पाकिस्तान एक हमलावर है, पीड़ित नहीं।
भारत का रखा पक्ष
उन्होंने कहा कि इस बैठक में हमने भारत का पक्ष रखा। हमने उन्हें बताया कि कई वर्षों से पाकिस्तान द्वारा सहायता प्राप्त और प्रशिक्षित आतंकवादी भारत में आतंकी हमले कर रहे हैं और कई लोगों की जान जा चुकी है। हमने उन्हें सभी आंकड़े दिए। चाहे वह मुंबई विस्फोट हो, ट्रेन विस्फोट हो, जम्मू-कश्मीर विधानसभा के सामने आत्मघाती हमला हो, पुलवामा हो, पठानकोट हमला हो।
ओवैसी ने और क्या कहा?
प्रतिनिधिमंडल की बहरीनी अधिकारियों के साथ बैठक के बाद बोलते हुए ओवैसी ने इस बात पर भी जोर दिया कि हमने बहरीन की सरकार से कहा है कि भारत की अस्थिर करने के लिए किए जा रहे प्रयास सही नहीं हैं। ये न तो दक्षिण एशिया के लिए अच्छा है, न ही आपके इस देश और क्षेत्र के लिए। उन्होंने यह भी कहा कि भारत के विभिन्न हिस्सों से कई लोग यहां रहते हैं, इसलिए वे सभी इस बात पर सहमत हैं कि भारत के लोगों ने यहां बहुत बड़ा योगदान दिया है।
बता दें कि ओवैसी भारतीय जनता पार्टी के सांसद बैजयंत जय पांडा के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा हैं। प्रतिनिधिमंडल के अन्य सदस्यों में भाजपा सांसद निशिकांत दुबे, भाजपा सांसद फंगनन कोन्याक, भाजपा सांसद रेखा शर्मा, भाजपा सांसद सतनाम सिंह संधू और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद शामिल हैं।