अहमदाबाद प्लेन क्रैश हादसे के बाद DGCA (Directorate General of Civil Aviation) ने मंगलवार को एअर इंडिया और एअर इंडिया एक्सप्रेस के अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान DGCA ने दोनों कंपनियों से विमानों में आ रही तकनीकी खराबी को लेकर रिपोर्ट मांगी है। DGCA ने दोनों ही कंपनियों को स्पष्ट आदेश दिया है कि उड़ान से पहले विमानों की सही तरीके से तकनीकी जांच की जाए।
1000 से अधिक उड़ानें रोज होती हैं संचालित
DGCA के मुताबिक, दोनों विमान कंपनियों की रोजाना 1000 से अधिक उड़ानें संचालित होती है। इस दौरान विमानों की तकनीकी जांच की जाती है। अहमदाबाद प्लेन क्रैश हादसे के बाद लगातार दोनों ही कंपनियों के विमानों में खराबी आ रही है। डीजीसीए ने बैठक के दौरान विमान कंपनियों के अधिकारियों से कहा कि प्लेन में आ रही तकनीकी खराबी को लेकर विस्तृत रिपोर्ट बनाकर दी जाए। इस रिपोर्ट को जल्द से जल्द बनाया जाए।
एअर इंडिया के 34 में से 28 विमानों की हुई जांच
एअर इंडिया ने DGCA के बताया कि कुल 34 विमानों में से 28 विमानों की जांच पूरी हो चुकी है। जो विमान बचे हैं उनकी भी तकनीकी जांच जल्द पूरी कर ली जाएगी। इसके बाद विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर उपलब्ध कराई जाएगी।
पायलट और डिस्पैचर की भी होगी जांच
बताया जा रहा है कि DGCA ने दोनों विमान कंपनियों से पायलट और डिस्पैचर का भी रिकॉर्ड मांगा है। DGCA ने पूछा कि पायलट और डिस्पैचर की नियुक्तियां कैसे की जाती है? नियुक्ति के बाद इन्हें क्या-क्या सुविधाएं दी जाती है। इस पर विमान कंपनियों ने कहा कि जल्द ही इस पर भी रिपोर्ट तैयार कर उनके सपक्ष पेश की जाएगी।
एअर इंडिया को लेकर डीजीसीए ने दिया बड़ा बयान
DGCA ने बयान जारी करते हुए कहा कि अहमदाबाद प्लेन क्रैश हादसे के बाद से एअर इंडिया ने बोइंग 787 की 66 उड़ानों को कैंसिल कर दिया है। अभी तक की जांच के दौरान कंपनी के बेड़े में शामिल विमानों में सुरक्षा को लेकर किसी भी तरह की लापरवाही सामने नहीं आई है। विमान और उसमें लगे सभी उपकरण सुरक्षा को लेकर सही पाए गए हैं। विमान कंपनियों को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है।