World Obesity Day 2024: मोटापा लाइफस्टाइल से जुड़ी कई गंभीर बीमारियों के शुरुआती संकेत होते हैं। हमारी कुछ आदतें ही हमें मोटापे का शिकार बनाती हैं। मोटापा शब्द सुनकर ही समझ आ जाएगा कि यह एक गंभीर डिसऑर्डर है, जिसमें व्यक्ति के शरीर में ज्यादा फैट जमा हो जाता है और सेहत से जुड़े खतरे बढ़ने लगते हैं।
हमारा खानपान, बिगड़ती जीवनशैली, कम शारीरिक गतिविधियां करना, मेडिसिन के साइड इफेक्ट्स ये सब आगे चलकर खतरनाक बीमारियां पैदा करती हैं। अगर देखा जाए तो पुरुषों और महिलाओं के साथ-साथ मोटापे के शिकार बच्चों की संख्या भी बढ़ रही है।
लाइफस्टाइल सबसे बड़ा कारण
जब बॉडी में ज्यादा फैट जमा होने लगता है तो वजन बढ़ने लगता है। कहने का मतलब है कि जब बीएमआई 30 या उससे ऊपर होता है, तो ऑटोमेटिक मोटापे का शुरुआती संकेत होता है। अगर बढ़ते वेट को कंट्रोल नहीं किया गया, तो मोटापे को रोकना मुश्किल होता है। फैट का जमाव होने पर अलग-अलग अंगों की कार्यप्रणाली पर प्रभाव पड़ता है और आपके शरीर के मेटाबोलिज्म, इंसुलिन तथा अन्य हार्मोन इंबैलेंस होते हैं। मोटापे से डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट डिजीज, गठिया और कैंसर होने का भी जोखिम ज्यादा रहता है।किन वजहों से बढ़ता है मोटापा
- खाने का तरीका और खाने की चीजों से वजन पर असर डालती है। फास्ट फूड, कोल्ड ड्रिंक, मिठाई, घी, मक्खन जैसे फूड प्रोडक्ट ज्यादा खाने से वेट बढ़ता है।
- अगर आप अपने रूटीन में टहलना, दौड़ना या व्यायाम आदि जैसी जरूरी फिजिकल एक्टिविटी के लिए समय नहीं निकाल पाते हैं, तो शरीर में फैट जमा होने लगता है।
- बाहर का खाना, अस्त व्यस्त जीवनशैली और लगातार बैठे रहने से भी वजन बढ़ता है।
- कुछ लोगों के वजन बढ़ने के पीछे जेनेटिक कारण भी होते हैं।
- कुछ फिजीकल परेशानिया, जैसे-थायरायड, पोलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS) और हार्मोन इंबैलेंस के कारण भी मोटापा आता है।
- तनाव, डिप्रेशन और एंग्जायटी की वजह से भी कुछ लोगों का वजन बढ़ जाता है।