Bawasir Ka Ilaj: मलाशय में हेमोरॉइड्स होने पर बवासीर की दिक्कत हो जाती है. इसमें मलत्याग करते हुए खून निकलता है, दर्द होने लगता है और खुजली महसूस हो सकती है. बवासीर (Piles) क्रोनिक कब्ज के कारण भी हो सकती है जिसमें मलत्याग करते हुए जरूरत से ज्यादा जोर लगाने से रेक्टम में घाव बनने लगते हैं. योगगुरु बाबा रामदेव (Baba Ramdev) ने अपने यूट्यूब चैनल से एक वीडियो पोस्ट किया है जिसमें बाबा रामदेव कुछ देसी नुस्खों को आजमाने की सलाह दे रहे हैं. बाबा रामदेव का कहना है कि ये नुस्खे बवासीर को मात्र 3 दिनों में जड़ से खत्म कर सकते हैं. यहां जानिए बाबा रामदेव किन उपायों को आजमाने की सलाह दे रहे हैं.
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बाबा रामदेव ने बताया बवासीर का रामबाण इलाज
बाबा रामदेव की सलाह है कि बवासीर दूर करने के लिए कपूर का इस्तेमाल किया जा सकता है. आपको जलाने वाला नहीं बल्कि खाने वाला कपूर इस्तेमाल करना है. इसे भीमसेनी कपूर भी कहते हैं. देसी कपूर को एक चने के बराबर केले में डालकर निगल लेना है. खाली कपूर खाया जाए तो दांतों को नुकसान हो सकता है इसीलिए कपूर को केले में मिलाकर ही खाएं. कपूर को केले में डालकर आपको 3 दिन खाना होगा. बाबा रामदेव ने बताया कि उनके गुरु यह उपाय बताया करते थे.
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बरतें ये सावधानी - बवासीर दूर करने के लिए कपूर का सेवन कर रहे हैं तो इस बात का ध्यान रखें कि आप जरूरत से ज्यादा कपूर ना खा लें. कपूर को एक चने के बराबर ही लेना है.
नागदोन का पत्ता भी आएगा काम
बाबा रामदेव बताते हैं कि नागदोन नाम का एक पत्ता होता है जिसे अक्सर ही लोग घर में लगाते हैं. किसी भी तरह की ब्लीडिंग यानी खून निकलने की दिक्कत में नागदोन के 3 से 4 पत्ते चबाकर ऊपर से पानी पी लेना है. बाबा रामदेव कहते हैं कि 3 दिनों के अंदर खून निकलना बंद हो जाता है और बवासीर ठीक होता है.
नारियल की जटा से बनाएं राख
नारियल की जटा यानी उसके छिलको को जलाकर उसकी राख बनाई जा सकती है. बाबा रामदेव का कहना है कि यह एक देसी नुस्खा है जिसमें आपको नारियल के छिलके की राख को छाछ में डालकर पीना है. 2 ग्राम नारियल की जटा की राख को एक गिलास छाछ के साथ सेवन करने पर बवासीर ठीक हो सकती है.
नागकेसर के भी हैं फायदे
बाबा रामदेव का कहना है कि नागकेसर फूल की तरह होता है जिसका आपको पाउडर बनाना है. इस पाउडर को सुबह छाछ से और शाम को ठंडे दूध के साथ पिया जा सकता है. महिलाएं इसका सेवन करती हैं तो पीरियड्स की दिक्कत में आराम मिलता है और बवासीर (Hemorrhoids) से राहत मिलती है सो अलग.
बवासीर के क्या लक्षण होते हैं
- बवासीर होने पर मलत्याग करने में दिक्कत होने लगती है
- मलत्याग करते हुए खून बहता है
- मलद्वार में खुजली हो सकती है
- मलत्याग करने के बाद भी ऐसा महसूस होता है जैसे मलत्याग करने की जरूरत है
- एनस (Anus) के आस-पास स्किन दानेदार हो जाती है, लंप्स बनने लगते हैं
- मलाशय में दर्द महसूस होता है
इन बातों का ध्यान रखना जरूरी है
- खानपान में फाइबर से भरपूर चीजों को शामिल करें.
- मलत्याग करने के बाद एनस को गीले टॉयलेट पेपर से पोंछें.
- दर्द कम करने के लिए गर्म पानी से नहाएं या टब में गर्म पानी भरकर बैठें.
- एक्सरसाइज करें जिससे बाउल मूवमेंट बढ़े और कब्ज (Constipation) ना हो.
- कई दिनों तक तकलीफ कम ना हो तो डॉक्टर से संपर्क करें जिससे जरूरी इलाज शुरू किया जा सके.
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अस्वीकरण - इस खबर को सामान्य जानकारी के तौर पर लिखा गया है. अधिक जानकारी के लिए विशेषज्ञ की सलाह लें या चिकित्सक से परामर्श करें. न्यूज24 किसी तरह का दावा नहीं करता है.