समर्थन मिला
हाल ही में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने धनखड़ के लिए अपनी पार्टी के समर्थन की घोषणा की थी। वहीं, अल्वा ने 19 जुलाई को उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए अपना नामांकन दाखिल किया। विपक्षी दलों ने 17 जुलाई को राजस्थान के पूर्व राज्यपाल को उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए अपने संयुक्त उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतारने का फैसला किया। अल्वा को मैदान में उतारने का फैसला एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार के आवास पर 17 पार्टियों के विपक्षी नेताओं की बैठक में लिया गया।
नई दिल्ली: जगदीप धनखड़ देश के नए उपराष्ट्रपति बन गए हैं। उन्होंने विपक्ष की मार्गरेट अल्वा को हराया है। अल्वा को कुल 182 वोट मिले। जबकि जगदीप धनखड़ को कुल 528 वोट मिलें। अब 11 अगस्त को जगदीप धनखड़ उपराष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे।
पेशे से वकील
पेशे से वकील धनखड़ साल 1989 में राजनीति में शामिल हुए थे। उपराष्ट्रपति बनने से पहले वह जुलाई 2019 में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल बने थे। सीएम ममता बनर्जी सरकार के साथ अपने अशांत संबंधों को लेकर वह काफी सुर्खियाें में रहे हैं। उन्होंने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के रूप में अपना इस्तीफा दे दिया।
725 सांसदों ने मतदान किए
उपराष्ट्रपति चुनाव में कुल 725 सांसदों ने मतदान किए थे। इससे पहले सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और धर्मेंद्र प्रधान समेत अन्य लोगों ने उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए वोट डाले थे। बता दें कि लोकसभा और राज्यसभा के सभी सांसद, मनोनीत सदस्यों सहित, उपराष्ट्रपति चुनाव में मतदान करते हैं। देश के अगले उपराष्ट्रपति 11 अगस्त को पद की शपथ लेंगे। 10 अगस्त को मौजूदा उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू का कार्यकाल समाप्त हो रहा है।