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Ghee Side effects: इन 3 बीमारियों में गलती से भी न खाएं घी, नहीं तो बढ़ सकती है समस्या

Ghee Side effects: अगर आप भी घी खाना पसंद करते हैं, तो बता दें कि इसे खाने से कई सारे फायदे के साथ-साथ नुकसान भी होते हैं। कई बीमारियों के दौरान इसे अपनी डाइट में शामिल करने से समस्याएं बढ़ सकती हैं। आइए जानते हैं किन-किन बीमारियों में इसे खाने से बचना चाहिए?  

Ghee Side effects
Ghee Side effects: घी खाना लगभग सभी को पसंद होता है, जो सभी के किचन में मौजूद होता है। इसे खाने के एक नहीं बल्कि कई सारे फायदे भी होते हैं। ये हेल्दी फैट और विटामिन ए, डी, ई और के का एक पावर हाउस है, जो शरीर को लंबे समय तक हेल्दी रखता है। ये बैड कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने में मदद करता है। इसके अलावा इसमें ब्यूटिरिक एसिड भी होता है, जो एक जरूरी शॉर्ट-चेन फैटी एसिड है। जर्नल ऑफ फूड कंपोजिशन एंड एनालिसिस के अनुसार, फैटी एसिड में जरूरी ओमेगा-3, लिनोलेनिक एसिड के अलावा ओलिक एसिड भी पाया जाता है। लेकिन क्या आप ये जानते हैं घी खाने के नुकसान भी हो सकते हैं। कई बीमारियों में इसे खाने से समस्याएं बढ़ सकती है।

लिवर की बीमारी

जिन लोगों को लीवर की बीमारी है उन्हें घी खाने से बचना चाहिए, क्योंकि घी में फैट की मात्रा ज्यादा होती है, जो आपके लीवर पर दबाव डाल सकती है और आपके पेट से जुड़ी समस्या बढ़ सकती है। न्यूट्रिशन एंड मेटाबॉलिज्म जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, हाई फैट का सेवन लीवर पर बुरा असर डाल सकता है। ये भी पढ़ें- इन 3 तरह के डाइट को करें अपनी डेली रुटीन में शामिल, सोरायसिस कम करने में मिलेगी मदद

हाई कोलेस्ट्रॉल

जिन लोगों का कोलेस्ट्रॉल ज्यादा रहता है उन्हें घी, मक्खन और तेल खाने से बचना चाहिए। हालांकि, सीमित मात्रा में घी खाने से अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बनाए रखने में मदद मिल सकती है। ज्यादा मात्रा में घी खाने से दिल की सेहत पर असर पड़ सकता है। द जर्नल ऑफ द अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, फैट का सेवन करने से हार्ट की बीमारी का खतरा बढ़ सकता है।

डाइजेशन से जुड़ी बीमारी

अगर आपको डाइजेशन से जुड़ी बीमारी कोई बीमारी है, तो आपको घी का सेवन नहीं करना चाहए। इसे अपनी डाइट में शामिल करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए, क्योंकि इससे पेट फूलना, मतली और अपच जैसी समस्या बढ़ सकती है। ये गॉलब्लेडर की थैली की समस्याओं, पुरानी पाचन समस्याओं, आंतो की बीमारी और अन्य गैस्ट्रोइंटेस्टिनल डिसऑर्डर्स जैसी बीमारियां को बढ़ सकती है। अमेरिकन जर्नल ऑफ गैस्ट्रोएंटरोलॉजी में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, हाई फैट वाला खाना डाइजेशन को नुकसान पहुंचाता है। ये भी पढ़ें- 30 से ज्यादा उम्र की महिलाओं के लिए 3 फल हैं फायदेमंद! जानें क्या कहती है रिसर्च Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।  


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