Delhi Liquor Scam: दिल्ली शराब नीति मामले में गिरफ्तार पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की जमानत याचिका पर 10 मार्च को सुनवाई होगी। वहीं राउज एवेन्यू कोर्ट ने उनकी रिमांड दो दिन के लिए यानी 6 मार्च तक के लिए बढ़ा दी है।
शनिवार को राउज एवेन्यू कोर्ट में सिसोदिया की पेशी हुई। सीबीआई ने कोर्ट से तीन दिन के लिए उनकी कस्टडी मांगी थी। कोर्ट ने उन्हें 27 फरवरी को पांच दिन के लिए सीबीआई रिमांड पर भेजा था। रिमांड की अवधि आज यानी 4 मार्च को पूरी हो गई।
कोर्ट ने पूछा- अब क्या बाकी रह गया?
राउज एवेन्यू कोर्ट में सुनवाई के दौरान सीबीआई ने सिसोदिया की रिमांड तीन दिन तक बढ़ाने की मांग की थी। कोर्ट ने सीबीआई से पूछा-अब क्या बाकी रह गया? सीबीआई ने कहा कि मनीष सिसोदिया रोजाना पूछताछ हो रही है, लेकिन वे जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं। सिसोदिया की ओर से पेश सीनियर वकील दयान कृष्णन ने उनकी रिमांड बढ़ाने का विरोध किया। उन्होंने कहा कि सिसोदिया की ओर से जांच में सहयोग न करने का दावा कर रिमांड नहीं ले सकते।
सिसोदिया के वकील ने रिमांड का किया विरोध
मनीष सिसोदिया की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता दयान कृष्णन ने रिमांड बढ़ाने की सीबीआई की अर्जी का विरोध किया।कृष्णन का तर्क है कि सीबीआई द्वारा रिमांड बढ़ाने की मांग करना उचित नहीं है। सिसोदिया के वकील ने कहा कि उनकी पत्नी पिछले 20 सालों से बीमार है इसलिए उन्हें जमानत पर बाहर किया जाए।
निचली अदालत में दाखिल की जमानत याचिका
सिसोदिया की पेशी के चलते कोर्ट के बाहर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। इससे पहले शुक्रवार को सिसोदिया ने निचली अदालत ने जमानत याचिका दाखिल की थी। याचिका में उन्होंने कहा कि उन्होंने सीबीआई को पूछताछ में पूरा सहयोग किया है। जब भी उन्हें बुलाया गया, वे आए हैं।
उन्होंने कहा कि इस मामले में गिरफ्तार किए गए अन्य आरोपियों को पहले ही जमानत मिल चुकी है, वह डिप्टी सीएम के एक महत्वपूर्ण संवैधानिक पद पर थे और समाज में उनकी गहरी जड़ें थीं।
बता दें कि मनीष सिसोदिया ने पिछले हफ्ते केंद्रीय एजेंसी द्वारा गिरफ्तारी के बाद अरविंद केजरीवाल के मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया।
आप कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन
वहीं दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के विरोध में पार्टी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। इसी को देखते हुए उनकी पेशी से पहले कोर्ट के बाहर सीआरपीएफ की तैनाती की गई।
26 फरवरी को इसलिए गिरफ्तार हुए थे सिसोदिया
दिल्ली में घोटाले को अंजाम देने के लिए शराब नीति बदलने के आरोप का सामना कर रहे मनीष सिसोदिया को सीबीआई ने 26 फरवरी को आठ घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया था। सीबीआई ने सिसोदिया से पहले भी कई दौर की पूछताछ की थी। लेकिन केंद्रीय एजेंसी ने पिछले हफ्ते यह कहते हुए गिरफ्तार कर लिया था कि सिसोदिया जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं।
एजेंसी ने अगले दिन 27 फरवरी को सिसोदिया को कोर्ट में पेश कर उनकी हिरासत मांगी थी जो मिल गई। कोर्ट ने सीबीआई को सिसोदिया की पांच दिनों की हिरासत दी थी जो शनिवार को खत्म हो गई। इस कारण नियम के अनुसार रविवार को उन्हें दोबारा कोर्ट में पेश करना पड़ा।