नई दिल्ली: घरेलू हवाई यात्रियों के लिए अच्छी खबर है। अब उनकी हवाई यात्रा की टिकट सस्ती हो सकती है। नागर विमानन मंत्रालय ने 31 अगस्त 2022 से विमान किराया (Air Fare Caps) सीमा वापस लेने का निर्णय लिया है। नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बुधवार शाम खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। बता दें कि केंद्र सरकार ने कोरोनोवायरस महामारी के दौरान साल 2020 में घरेलू एयरलाइनों पर किराए कैप लगाई थी।
ईंधन की कीमत घटी
नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि दैनिक मांग और एयर टर्बाइन ईंधन (एटीएफ) की कीमत का सावधानीपूर्वक विश्लेषण करने के बाद विमान किराया कैप हटाने का निर्णय लिया गया है। एटीएफ की कीमतें जो फरवरी 2022 से रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई थीं पिछले कुछ हफ्तों से नीचे आ रही हैं।
यात्रियों की मांग
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने बुधवार को टिकट की कीमतों पर प्रतिबंध हटाते हुए कहा कि विमान किराया कैप 31 अगस्त से हटा दिया जाएगा। मंत्रालय की तरफ से कहा गया कि अनुसूचित घरेलू परिचालन की वर्तमान स्थिति की समीक्षा के बाद और हवाई यात्रा के लिए यात्रियों की मांग को देखते हुए 31 अगस्त, 2022 से हवाई किराए कैप को हटाया जा रहा है।
ऐसे समझें क्या है यह AIR Fare cap
केंद्र सरकार ने घरेलू उड़ानों के टिकटों पर मैक्सिमम किराए पर लिमिट तय कर रखी है। हर 15 दिनों पर यह फेयरकैप रिवाइज होती है। अब 31 अगस्त के बाद एयरलाइंस को टिकटों की और मैक्सिमम और एयरलाइन कंपनियां मिनिमम किराए को तय करने की स्वतंत्रता होगी। 15 दिन के कैप में जैसे अगर किसी एयरलाइन का आज कहीं जाने का किराया 5 हजार है तो यह 15 दिन इतना ही रहेगा। आज से 15वें दिन ही उक्त एयरलाइन का किराया कम होगा। प्राइस कैप के कारण एयरलाइन को 15 दिनों का इंतजार करना पड़ता था।