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सावधान! एक करोड़ लोगों की प्राइवेसी खतरे में, कहीं आप भी तो नहीं कर रहे Telegram का ये वर्जन इस्तेमाल

Telegram एक ऐसा ऐप है जिस पर केवल मैसेज ही नहीं बल्कि सभी तरह के काम होते हैं। चाहे कोई फिल्म, ऐप, गाने, सॉफ्टवेयर, बैटिंग टिप्स जिस चीज की भी आपको जरूरत हो आप इसे टेलिग्राम से डाउनलोड कर सकते हैं। इसी वजह से कम समय में ही इस ऐप की लोकप्रिया बहुत जल्दी बढ़ […]

Telegram एक ऐसा ऐप है जिस पर केवल मैसेज ही नहीं बल्कि सभी तरह के काम होते हैं। चाहे कोई फिल्म, ऐप, गाने, सॉफ्टवेयर, बैटिंग टिप्स जिस चीज की भी आपको जरूरत हो आप इसे टेलिग्राम से डाउनलोड कर सकते हैं। इसी वजह से कम समय में ही इस ऐप की लोकप्रिया बहुत जल्दी बढ़ गई थी। इसमें अलग- अलग तरह के चैटबॉट उपलब्ध हैं, जिससे कुछ ही समय में लम्बी फाइल्स डाउनलोड करना आसान है। अधिक फीचर्स की लालच में कुछ लोग अलग से ऐप इंस्टॉल कर लेते हैं। लगभग एक करोड़ यूजर्स की प्राइवेसी खतरे में है। आइए इस खतरनाक टेलिग्राम के बारे में विस्तार से जानते हैं।

Telegram का ये वर्जन है बेहद खतरनाक

सिक्योरिटी एजेंसी और एंटी वायरस सॉफ्टवेयर बनाने वाली मशहूर कंपनी Kaspersky ने टेलिग्राम के एक वर्जन को लेकर रिपोर्ट पेश किया है। इसके अनुसार टेलिग्राम के खतरनाक वर्जन में ट्रोजन मैलवेयर पाया गया है। अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर ये ट्रोजन मैलवेयर क्या है? आपको बताते चलें कि ये एक तरह का स्पाईवेयर होता है जो लोगों पर नजर रखने का काम करता है। इस खतरनाक ऐप को Evil Telegram नाम दिया गया है। इसे यूजर्स डायरेक्ट गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर रहे थे। यह भी पढ़ें: लॉन्चिंग से पहले जानें Xiaomi 13T और Nokia G42 5G के खास फीचर्स

एक करोड़ Telegram यूजर्स की प्राइवेसी खतरे में फिलहाल इस ऐप को गूगल प्ले स्टोर से हटा दिया गया है। लेकिन अभी तक इस खतरनाक ऐप को लगभग एक करोड़ से भी ज्यादा लोग डाउनलोड कर चुके थे। इन लोगों की प्राइवेसी खतरे में है। अगर आप भी इस ऐप को इस्तेमाल कर रहे हैं तो अभी ही डिलीट कर दें।

चीन के डेवलपर ने किया था डिजाइन

टेलिग्राम के इस खतरनाक ऐप को चीन के डेवलपर ने डिजाइन कर गूगल प्ले स्टोर पर अपलोड किया था। डेवलपर के अनुसार दावा किया गया था कि ये असली से काफी फास्ट है। इसमें मौजूद मैलिसस कोड के जरिए यूजर्स की जानकारी लगातार चीनी कंपनी को भेजे जा रहे थे। ये फोन में tgsync s3 नाम से फाइल बनाकर लोगों के डाटा इक्ट्ठा करने का काम कर रहा था।


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