Google Gemini AI: महीनों के इंतजार के बाद, Google ने आखिरकार जेमिनी (Gemini) नाम से अपना नेक्स्ट GEN AI सिस्टम लॉन्च कर दिया है। जबकि कंपनी के पास पहले से ही बार्ड नाम से AI चैटबॉट मौजूद है। यह उम्मीद की जा रही है कि जेमिनी एआई वह एआई सिस्टम है जिसके जरिए से Google ओपनएआई के चैटजीपीटी को टक्कर देने का प्लान बना रहा है। जेमिनी के लॉन्च की घोषणा करते हुए, Google के सीईओ सुंदर पिचाई ने कहा कि "एक कंपनी के रूप में हमारे द्वारा किया गया ये सबसे बड़ा विज्ञान और इंजीनियरिंग प्रयास" है।
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तीन मोड़ में होगा उपलब्ध
पिचाई ने यह भी कहा कि जेमिनी आठ साल के एआई कार्य की Culmination है जो Google कर रहा है। उन्होंने कहा कि जेमिनी एआई तीन मोड- अल्ट्रा, प्रो और नैनो में उपलब्ध होगा। जैसा कि अल्ट्रा में नाम से पता चलता है, जेमिनी अपने एआई कार्यों को करने के लिए सबसे बड़े एलएलएम (बड़े भाषा मॉडल) का उपयोग करेगा। प्रो छोटे एलएलएम का यूज करेगा जबकि नैनो सबसे छोटे एलएलएम का यूज करेगा। ऐसा कहा जा रहा है कि नैनो मॉडल को खास तौर पर कंप्यूटर और फोन के लिए डिजाइन किया गया है।
Google के सीईओ ने ट्वीट कर दी ये जानकारी
अन्य कंपनियों की बढ़ने वाली हैं मुश्किलें
कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि जेमिनी के आने से विशेष रूप से ओपनएआई के चैटजीपीटी की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। हालांकि, जब भी बात गूगल की आती है तो हम सब कुछ सबसे बेहतर की उम्मीद करते हैं। कंपनी अब OpenAI की रेस में तेजी से दौड़ रही है। जिसने पिछले साल ChatGPT के साथ दुनिया में तूफान ला दिया था। यह संभव है कि जेमिनी के साथ Google नई AI कंपनियों द्वारा पेश की गई चुनौतियों का बेहतर जवाब देने में सक्षम होगा।
AI Gemini कैसे करता है काम?
गूगल का कहना है कि आने वाले महीनों में जेमिनी हमारे अधिक प्रोडक्ट्स और सर्विस जैसे सर्च, ऐड, क्रोम और डुएट एआई में उपलब्ध होगा।" कंपनी का कहना है कि जेमिनी एक मल्टी-मॉडल एआई सिस्टम है और यह टेक्स्ट, इमेज और ऑडियो सहित विभिन्न इनपुट मेथड के जरिए से यूजर्स के साथ बातचीत करने में सक्षम होगा।