Explainer: अकबरुद्दीन ओवैसी को प्रोटेम स्पीकर बनाने पर क्यों मचा है घमासान?
Akbaruddin Owaisi Protem Speaker controversy BJP opposing: एआईएमआईएम विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी को तेलंगाना विधानसभा का प्रोटेम स्पीकर बनाए जाने पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच घमासान मचा है। बीजेपी नवनिर्वाचित विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी को प्रोटेम स्पीकर बनाए जाने का कड़ा विरोध कर रही है। साथ ही कांग्रेस पर सवाल भी खड़ा कर रही है। बीजेपी की ओर से कहा गया है कि इस बात से यह साबित होता है कि एआईएमआईएम कांग्रेस पार्टी की बी टीम है। वहीं, बीजेपी विधायक टी राजा सिंह ने कहा कि इससे पहले रेवंत रेड्डी कहते थे कि भाजपा, बीआरएस और एआईएमआईएम एक ही पार्टी हैं। लेकिन अब उनका भी असली चेहरा सामने आ गया है। इससे पता चल गया कि कौन किसके साथ है। हालांकि, यहां पर हम अकबरुद्दीन ओवैसी को प्रोटेम स्पीकर बनाए जाने पर मचे घमासान की वजह जानेंगे कि आखिर बीजेपी क्यों विरोध कर रही है।
नियमित स्पीकर चुने जाने पर बीजेपी विधायक शपथ लेंगे
बीती 3 दिसंबर को चार राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आए थे। जिसमें तेलंगाना में छोड़कर बाकी के तीन राज्यों में भाजपा ने कांग्रेस को हराया था। तेलंगाना में कांग्रेस ने 119 में 64 सीटों पर जीत हासिल की थी। जिसके बाद बीआरएस के सीएम केसीआर को इस्तीफा देना पड़ा। अब शनिवार को नई सरकार के लिए विधायकों ने शपथ ली, लेकिन बीजेपी ने अकबरुद्दीन ओवैसी को प्रोटेम स्पीकर बनाए जाने का विरोध किया है। बीजेपी ने कहा कि परंपरा के अनुसार वरिष्ठ नेता को प्रोटेम स्पीकर बनाया जाना चाहिए, लेकिन कांग्रेस पार्टी ने अकबरुद्दीन ओवैसी को प्रोटेम स्पीकर बना दिया। जिसके बाद बीजेपी के विधायकों ने शपथ समारोह में भाग लेने से इनकार कर दिया और कहा कि हमारे विधायक नियमित स्पीकर के चुने जाने के बाद ही शपथ लेंगे।
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राहुल गांधी बोले- अपने राज्यपाल से पूछो
अकबरुद्दीन ओवैसी को प्रोटेम स्पीकर बनाए जाने के कारण हो रहे विरोध के बीच कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने इसका जवाब देते हुए कहा कि अकबरुद्दीन ओवैसी को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किए जाने के बारे में राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन से पूछना चाहिए क्योंकि यह आदेश उनकी तरफ से आया है। साथ ही राहुल गांधी ने उलटा एआईएमआईएम को बीजेपी की बी टीम बताया है। उन्होंने कहा कि अकबरुद्दीन ओवैसी को प्रोटेम स्पीकर बनाने का फैसला तेलंगाना की राज्यपाल का है। हालांकि अगर कोई भी शक है तो बीजेपी अपने ही द्वारा नियुक्त राज्यपाल तमिलिसाई सौंदर्यराजन से पूछ सकती है कि उन्होंने ओवैसी को प्रोटेम स्पीकर क्यों चुना। इसके साथ ही उन्होंने प्रोटेम स्पीकर नियुक्ति को लेकर आदेश का एक नोटिस भी पोस्ट किया है। बता दें कि प्रोटेम स्पीकर किसी भी विधानसभा के नियमित स्पीकर के चुने जाने तक अस्थायी समय के लिए बनाया जाता है।
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