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‘फिल्में छोड़ी तो जिंदा नहीं रहूंगा…’ हरि हर वीरा मल्लू की रिलीज के बीच Pawan Kalyan ने क्यों कही ये बात?

Pawan Kalyan Inside Story: साउथ सुपरस्टार और आंध्र प्रदेश के उप मुख्यमंत्री पवन कल्याण ने हालिया इंटरव्यू में राजनीति और फिल्मों को लेकर आने वाले चैलेंज के बारे में बात की है।

पवन कल्याण ने राजनीति और फिल्मों को लेकर बात की। Photo Credit- X
Pawan Kalyan Inside Story: साउथ सुपरस्टार पवन कल्याण इस वक्त अपनी पीरियड ड्रामा फिल्म 'हरि हर वीरा मल्लू' को लेकर लाइमलाइट में बने हुए हैं। यह फिल्म 24 जुलाई को थिएटर में रिलीज हुई है और फर्स्ट डे कलेक्शन से इसने बॉक्स ऑफिस पर सुनामी ला दी है। फिल्म को दर्शकों का जबरदस्त प्यार मिल रहा है। हालिया इंटरव्यू में पवन कल्याण ने अपने प्रोफेशनल वर्कफ्रंट पर बात की। जाहिर है कि आंध्र प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री बनने के बाद से कयास लगाए जा रहे थे कि सुपरस्टार फिल्म इंडस्ट्री से संन्यास ले लेंगे। अब पवन कल्याण ने इसके बारे में बात की है।

फिल्में करना नहीं छोड़ सकते पवन कल्याण

पवन कल्याण ने मार्च 2014 में जनसेना पार्टी की स्थापना की थी और यहीं से उनका राजनीति में डेब्यू हुआ था। इसके बाद से उन्होंने बतौर एक्टर और नेता दोनों चीजों को बैलेंस किया है। जूम के साथ बातचीत में सुपरस्टार ने फिल्मों और राजनीतिक करियर में आने वाली जिम्मेदारियों और चैलेंज को लेकर बात की। उन्होंने कहा कि वह राजनीति में जरूर हैं लेकिन फिल्मों का साथ कभी नहीं छोड़ सकते हैं। यह भी पढ़ें: Hari Hara Veera Mallu ने तोड़ दिया 'छावा' और 'सैयारा' का रिकॉर्ड, पवन कल्याण की फिल्म बनी नंबर 1

काश एक साधारण इंसान होता

पवन कल्याण से जब पूछा गया कि वह फिल्मों और राजनीति दोनों में कैसे संतुलन बनाते हैं तो सुपरस्टार ने जवाब दिया, 'ऐसा करना कई बार मुश्किल हो जाता है। कभी कभी मैं सोचता और चाहता हूं कि काश में एक साधारण इंसान होता। न फिल्में होती और न ही राजनीति होती। दोनों ही चीजें चैलेंजिंग बहुत चैलेंजिंग हैं। कई बार मुझे फील हुआ कि पॉलिटिक्स में आने से पहले मुझे अपनी सारी फिल्में खत्म कर लेनी चाहिए थीं लेकिन ऊपर वाले की कृपा से मैं अभी तक दोनों पर काम कर पा रहा हूं।'

मुश्किल होता है बैलेंस बनाना

पवन कल्याण ने बातचीत के दौरान एक्सेप्ट किया कि राजनीति और फिल्मों में बैलेंस बनाना मुश्किल होता है। उन्होंने कहा, 'अब मुझे लगता है कि मेरा ज्यादातर वक्त पॉलिटिक्स में जाने वाला है। सच कहूं तो मैं वीक में सिर्फ 6 से 8 घंटे ही फिल्मों के लिए निकाल पाता हूं। इन्हीं कुछ घंटों के अंदर मैंने अपनी 'हरि हर वीरा मल्लू' फिल्म के आखिरी हिस्से की शूटिंग पूरी की थी। आगे चलकर सिर्फ फिल्मों पर फोकस करना और मुश्किल हो सकता है।'

फिल्में नहीं की तो जिंदा नहीं रहूंगा

पवन कल्याण ने आगे कहा, 'अगर मैं फिल्में नहीं करूंगा तो मैं जिंदा नहीं रह पाऊंगा। फिल्में ही मेरी रोजी रोटी हैं। मेरे पास कोई जमीन या पैसा नहीं है जिससे मेरी कमाई हो। मेरे लिए पॉलिटिक्स मेरी जिम्मेदारी है। ये पैसे कमाने का जरिया नहीं है।' पवन कल्याण ने साफ तौर पर हिंट दिया कि एक्टिंग से दूर भले ही हो जाएं लेकिन वह फिल्म इंडस्ट्री नहीं छोड़ पाएंगे।


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