Mithun Chakraborty: पहली ही फिल्म के लिए मिथुन चक्रवर्ती ने जीता राष्ट्रीय पुरस्कार, जानें एक्टर के संघर्ष की कहानी
मिथुन चक्रवती
Mithun Chakraborty: मिथुन दा की जिंदगी पर नजर डालें तो 16 जून 1950 को कोलकाता में जन्में मिथुन का असली नाम गौरांग चक्रवर्ती है। हालांकि, यह नाम कभी उन्होंने फिल्मों में इस्तेमाल नहीं किया।
मिथुन बॉलीवुड की उन शख्सियतों में शुमार हैं, जिनका न कोई फिल्मी बैकग्राउंड रहा और न ही इंडस्ट्री में कोई गॉडफादर, लेकिन फिर भी उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में अपनी मेहनत से एक अलग पहचान बनाई है। जानते हैं उनकी जिंदगी की कुछ रोचक बातें...
सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित
मिथुन ने फिल्मी करियर की शुरुआत 1976 में आई फिल्म 'मृगया' से की। इस फिल्म में दमदार अभिनय के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। इसके बाद मिथुन ने कई हिट फिल्में दीं। वो एक सफल अभिनेता थे इसलिए उनका नाम को-स्टार रंजीता, योगिता बाली, सारिका और अन्य के साथ जुड़ा, लेकिन श्रीदेवी के साथ उनके अफेयर की चर्चा सबसे ज्यादा रही।
मिथुन-श्रीदेवी ने पहली बार स्क्रीन शेयर की
1984 में आई फिल्म 'जाग उठा इंसान' में मिथुन-श्रीदेवी ने पहली बार स्क्रीन शेयर की थी। इस फिल्म की शूटिंग के साथ दोनों के अफेयर की खबरें आने लगी थीं। मिथुन चक्रवर्ती ने एक इंटरव्यू में खुद कबूल किया था कि उन्होंने श्रीदेवी से गुपचुप शादी की थी।
ऊटी में भी शानदार बंगला और होटल
बहुत कम लोग जानते है कि केमिस्ट्री में ग्रेजुएट मिथुन फिल्मों में आने से पहले नक्सली विचारधारा के थे। परिवार के दबाव में उन्होंने नक्सलवाद से दूरी बनाई और बॉलीवुड का रुख किया। मिथुन के पास मुंबई के अलावा ऊटी में भी शानदार बंगला और होटल है।
ये सुविधाएं हैं उपलब्ध
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ऊटी स्थित होटल में 59 कमरे, 4 लग्जरी सुइट्स, हेल्थ फिटनेस सेंटर, इनडोर स्विमिंग पूल, लेसर डिस्क थिएटर, मिड नाइट काउ ब्वॉय बार एंड डिस्को के साथ-साथ किड्स कॉर्नर सहित हर तरह की सुविधा मौजूद है।
मसिनागुड़ी में भी 16 बंगले
अगर बात मसिनागुड़ी की करें तो यहां 16 बंगले, 14 ट्विन्स मचान, 4 स्टैंडर्ड रूम, मल्टीकुजीन रेस्त्रां और चिल्ड्रन प्ले ग्राउंड के साथ-साथ हॉर्स राइडिंग और जीप से जंगल राइड जैसी सुविधा भी मौजूद है। इसके अलावा, यहां नॉन एसी मचान, बंगलो और कॉटेज भी हैं।
लगातार फ्लॉप हो रही थीं फिल्में
मैसूर स्थित होटल में 18 वेल फर्निश्ड एसी कॉटेज, 2 एसी सुइट्स, ओपन एयर मल्टीकुजीन रेस्त्रां के साथ-साथ स्विमिंग पूल, पूल टेबल और ट्रेवल रिलेटेड सर्विसेस भी उपलब्ध हैं। उनका सबसे मुश्किल वक्त 1993 से लेकर 1998 के बीच का था। जब उनकी फिल्में लगातार फ्लॉप हो रही थीं। इस दौरान उनकी एक साथ 33 फिल्में फ्लॉप हुईं थी। इसके बावजूद उनका स्टारडम इस कदर डायरेक्टर्स पर छाया था कि उन्होंने तब भी 12 फिल्में साइन की थीं।
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