नई दिल्ली: कोरोना महामारी के बाद दुनिया बहुत तेजी के साथ बदल रही है। इसका असर व्यावसायिक और व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। अब पारंपरिक व्यावसायिक गतिविधियों की कमान काफी हद तक डिजिटल प्लेटफॉर्म ने संभाल ली है। टेक्निकल एक्सपर्ट और ईज़ माय ट्रिप के चीफ टेक्निकल ऑफिसर (सीटीओ) नैमिष सिन्हा के मुताबिक कोरोना महामारी के बाद कंप्यूटर साइंस और कंप्यूटर एप्पलीकेशन फील्ड में युवाओं के लिए करियर के नए विकल्प तेजी से खुल गए हैं। इस विषय पर नैमिष सिन्हा ने अपने विचार व्यक्त किया है।
लखनऊ में हुआ जन्म, वहीं की पढ़ाई:
नैमिष का जन्म 23 जुलाई 1981 को उत्तर प्रदेश के लखनऊ में हुआ। उनके घर में उनकी माताजी, बड़ी बहन और उनकी पत्नी हैं। उन्होंने यूपी टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी से एमसीए की डिग्री हासिल की। फिलहाल वे ईज़ माय ट्रिप नामक ट्रेवल कंपनी में सीटीओ के तौर पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इससे पहले नैमिष हेल्थकेयर और फाइनेंस क्षेत्रों में भी टेक्निकल एक्सपर्ट के तौर पर काम कर चुके हैं।
टेक्नोलॉजी ने ट्रेवल इंडस्ट्री को दिया नया रूप:
नैमिष के मुताबिक कोरोना महामारी से लगभग सभी इंडस्ट्री और व्यवसायों को काफी नुकसान हुआ। बहुत से व्यवसाय तो कुछ समय के लिए एकदम ठप से हो गए थे। ऐसे में डिजीटल प्लेटफॉर्म ने इंडस्ट्रीज और व्यवसायों को फिर से सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। कंप्यूटर और मोबाइल एप्पलीकेशन ने कोरोना के इस काल में कस्टमर्स को पहले से ज्यादा बेहतर और ज्यादा सुविधाजनक सेवा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। ट्रेवल इंडस्ट्री भी इन्हीं इंडस्ट्री में से एक है जिस पर अब कस्टमर्स पहले से ज्यादा भरोसा कर रहे हैं।
युवाओं के लिए खुले नए और बेहतर विकल्प:
नैमिष के मुताबिक हर फील्ड का एक दौर होता है। कोरोना से पहले लोग टेक्नोलॉजी को उतना बेहतर ढंग से नहीं समझ पाते थे। लेकिन, कोरोना महामारी और फिर लॉकडाउन ने लोगों में टेक्नोलॉजी के प्रति जागरूकता और बेहतर समझ विकसित की है। इससे कंप्यूटर साइंस और कंप्यूटर एप्पलीकेशन फील्ड में करियर की राह तलाश रहे युवाओं के लिए पहले से बेहतर विकल्प उपलब्ध हो रहे हैं। तमाम इंडस्ट्रीज और कंपनियां अब ऐसे टेक्निकल प्रोफेशनल्स की तलाश में हैं जो कस्टमर्स की डिमांड और सुविधा को अच्छे से समझ कर उन्हें डिजिटल प्लेटफॉर्म पर बेहतर सुविधाएं प्रदान कर सकें।