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CBSE Board Exam 2025: कैसा रहा 10वीं का English पेपर, जानें छात्रों की प्रतिक्रियाएं

CBSE Board Exams 2025: इस साल लगभग 42 लाख छात्र सीबीएसई परीक्षा में शामिल हो रहे हैं। जिसमें से भारत में 7,842 केंद्रों और विदेश में 26 स्थानों पर परीक्षा दे रहे हैं। शनिवार को इंग्लिश का पेपर था। जानें पेपर को लेकर छात्रों ने क्या कहा?

CBSE Board Exams 2025: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) परीक्षा का आज पहला पेपर था। कक्षा 10वीं के लिए अंग्रेजी (Communicative) और अंग्रेजी (Language and Literature) का पेपर आयोजित किया गया।परीक्षा से पहले छात्र तनाव में दिखे रहे थे लेकिन, पेपर के बाद उनके चेहरे पर खुशी साफ झलक रही थी। आइए जानते हैं कि पहले एग्जाम का पेपर कैसा रहा। छात्रों का कहना है कि उम्मीद के मुकाबले पेपर काफी आसान था, जिससे उनका आत्मविश्वास बढ़ा। वहीं, कुछ छात्रों का कहना है कि क्वेश्चन (Question) की लेन्थ थोड़ी ज्यादा थी, जिससे उन्हें क्वेश्चन पढ़ने में ज्यादा समय लगा। बता दें कि क्वेश्चन पेपर 15 पेज का था।

छात्रों ने पेपर को बताया सरल

छात्रों के अनुसार, प्रश्न पत्र न केवल अपेक्षा से सरल था बल्कि इसमें पूछे गए प्रश्न भी स्पष्ट और सरल थे। ग्रामर के प्रश्न भी सहज थे, जिससे उन्हें उत्तर देने में कोई कठिनाई नहीं हुई। एक छात्र ने बताया कि जो मॉडल पेपर हमें अभ्यास के लिए दिए गए थे, वे काफी कठिन थे, लेकिन बोर्ड परीक्षा का पेपर सैंपल पेपर के मुकाबले आसान रहा। इससे हमें अच्छा स्कोर करने में मदद मिलेगी।

शिक्षकों ने सराहा पेपर का स्तर

सीबीएसई बोर्ड की 10वीं की परीक्षा देशभर में एक ही पाली (Shift) में सुबह 10:30 बजे से दोपहर 1:30 बजे तक हुई। अंग्रेजी के एक शिक्षक ने बताया कि ग्रेड 10 की अंग्रेजी लैंग्वेज और लिटरेचर का पेपर सोच-समझकर बनाई गई थी, जिसमें अनुमान-आधारित (Inference Based ) और रिकॉल प्रश्नों मिक्स थे। एक अन्य शिक्षक ने बताया कि इस साल का इंग्लिश का पेपर संतुलित और सरल था। उन्होंने कहा कि इंग्लिश की भाषा स्पष्ट और समझने योग्य थी, जिससे छात्रों को उत्तर लिखने में आसानी हुई। अधिकांश छात्र समय पर पेपर पूरा करने में सफल रहे और रिवीजन के लिए भी कुछ समय बचा पाए। अंग्रेजी भाषा और साहित्य की परीक्षा 80 अंकों की थी, जिसे 3 घंटे के भीतर हल करना था। इंग्लिश पेपर के बाद अब छात्र गणित और विज्ञान के पेपर को लेकर थोड़ा चिंतित हैं। लेकिन, उन्हें उम्मीद है कि यदि इसी प्रकार के संतुलित प्रश्न पत्र मिलते हैं, तो उनके अंक बेहतर आ सकते हैं। हिंदी की परीक्षा को लेकर अंग्रेजी माध्यम के छात्र थोड़ा चिंतित हैं, क्योंकि उनके लिए यह विषय कठिन रहता है। छात्रों का मानना है कि बोर्ड परीक्षाओं की शुरुआत सकारात्मक रही है। एक छात्र ने कहा कि अगर बाकी विषयों के पेपर भी इसी तरह संतुलित आएं, तो परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने की संभावना बढ़ जाएगी।            


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