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RBI ने इस बैंक पर लगाया ताला! रद्द किया लाइसेंस, ग्राहकों पर भी पड़ेगा असर?

RBI Bank License Cancelled: भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा एक बैंक का लाइसेंस रद्द कर दिया गया है, लेकिन क्यों और इससे ग्राहकों पर क्या असर पड़ सकता है? आइए जानते हैं।

RBI Bank License Cancelled: भारत का केंद्रीय बैंक, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया द्वारा लगातार एक्शन लिया जा रहा है। आरबीआई की ओर से एक और बैंक का लाइसेंस रद्द कर दिया गया है। 24 अगस्त, बुधवार को भारतीय रिजर्व बैंक ने तेजपुर स्थित महाभैरब सहकारी शहरी बैंक को बंद कर दिया है। आरबीआई ने इस बैंक का लाइसेंस रद्द कर दिया है। ऐसे में बैंक की ओर से जमा स्वीकार भी नहीं किया जाएगा। आइए जानते हैं कि महाभैरब सहकारी शहरी बैंक का लाइसेंस क्यों रद्द किया गया है।

क्या है लाइसेंस रद्द करने की वजह?

भारतीय रिजर्व बैंक ने महाभैरब सहकारी शहरी बैंक का लाइसेंस रद्द कर दिया है। इसे लेकर आरबीआई का कहना है कि बैंक के पास पर्याप्त पूंजी नहीं है और उसके लिए कमाई की संभावना भी कम है। वित्तीय स्थिति खराब होने की वजह से इस बैंक का लाइसेंस रद्द किया गया है।

क्या होगा ग्राहकों पर असर?

भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा लाइसेंस रद्द करने के कारण बैंक अपने मौजूदा जमाकर्ताओं को पूरा पेमेंट नहीं कर पाएंगे। बैंक को खोले रखना जमाकर्ताओं के लिए भी सही नहीं है। एक सीमा तक जमा राशि को निकालने की सुविधा दी जा रही है। ऋण गारंटी निगम (DICGC) और जमाकर्ता जमा बीमा की ओर से ग्राहकों द्वारा 5 लाख रुपये तक की जमा राशि पर बीमा दावा राशि का हक होगा। बैंक के लाइसेंस रद्द होने से ग्राहकों को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। ये भी पढ़ें- SBI दे रहा है 3 खास स्कीम, निवेश करने पर होगा तगड़ा मुनाफा! महाभैरब सहकारी शहरी बैंक के मुताबिक करीब 99.8% जमाकर्ता ऋण गारंटी निगम से जमा राशि की पूरी रकम हासिल कर पाएंगे। DICGC की ओर से 13 जून 2024 तक कुल बीमित जमा राशि में से 20.03 करोड़ रुपये की पेमेंट कर दी है। बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा सहकारी बैंकों की समीक्षा की जाती है जिसके बाद खराब वित्तीय स्थिति या नियामकीय उल्लंघन के कारण बैंकों का लाइसेंस रद्द भी कर दिया जाता हैं। ये भी पढ़ें- कितने साल, महीने या दिन की FD करवाने पर ज्यादा फायदा? जल्दी जानें


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