Purchasing Managers Index 2023: चीन की बर्बादी शुरू, भारत का बज रहा है डंका...ये खबर भारत के लिए बहुत बड़ी है। एक तरफ जहां मैन्युफैक्चरिंग के मामले में चीन पीछे होता जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ भारत मैन्युफैक्चरिंग के मामले सभी देशों को हैरान कर रहा है। खबर ये है कि National Bureau of Statistics के अनुसार मैन्युफैक्चरिंग चीन की उम्मीद से भी ज्यादा गिर रही है। चीन की PMI यानी परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स 50.2 से गिरकर 49.5 पर आ गया है। इससे पहले रॉयटर्स पोल में स्टैंडर्ड चार्टर्ड ने गिरावट की उम्मींद 49.9 तक की थी। आपको बता दें कि पर्चेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (पीएमआई) से किसी देश की मैन्युफैक्चरिंग की नब्ज का पता चलता है।
चीन का एक्सपोर्ट हो रहा है कम
अब चीन का मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर गिर रहा है, यानी देश की ताकत कम हो रही है। जैसा आप जानते ही हैं कि चीन एक्सपोर्ट का बादशाह कभी बोला जाता था। पर जब से दूसरे देशों ने अपने यहां प्रोडक्शन पर काम किया है, तभी से चीन की हालत खस्ता होना शुरू हो चुकी है। भारत की बात करें तो PLI स्कीम ने देश के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में एक नई जान फूंकी है। भारत की भी पर्चेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (पीएमआई) कम हुई है लेकिन अभी भी चीन से बेहतर स्थिति में है। भारत 55.5 की दर से मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को आगे लेकर जा रहा है।
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PLI स्कीम ने किया है कमाल
जब से PLI स्कीन को भारत सरकार ने लागू किया है तभी से मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में ईयर टू ईयर के बेस में 3 से 4 फीसदी की ग्रोथ देखी जा रही है। साथ में मिंट की रिपोर्ट के अनुसार इस स्कीम से भारत के व्यापारी चीन के बराबर कॉस्ट में ही कोई प्रोडक्ट बना पा रहे हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि PLI स्कीम में भारत की सरकार कई स्टेज पर सब्सिडी कारोबारियों को दे रही है। आंकड़ों से साफ है कि भारत अब मैन्युफैक्चरिंग हब बनता जा रहा है।