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SIP: हर महीने 10 हजार के इन्वेस्टमेंट से बन जाएगा 10 करोड़ का फंड, ये रही पूरी कैलकुलेशन

SIP in Mutual Fund: म्यूचुअल फंड में SIP के जरिये निवेश से आप एक अच्छा-खासा फंड तैयार कर सकते हैं। SIP पिछले कुछ वक्त में निवेशकों के बीच काफी लोकप्रिय हो गया है।

Best Investment Option: सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) नियमित रूप से म्यूचुअल फंड में निवेश करने का एक आसान तरीका है, जो अनुशासित निवेश को बढ़ावा देता है। हर गुजरते दिन के साथ SIP निवेशकों के बीच लोकप्रिय हो रहा है। खासकर युवा निवेशकों को इन्वेस्टमेंट का यह फंडा काफी पसंद आया है। यदि आप SIP के माध्यम से म्यूचुअल फंड में नियमित निवेश करते हैं, तो एक बड़ा कार्पस तैयार कर सकते हैं।

म्यूचुअल फंड रहेगा सही

एसआईपी से निवेशकों को म्यूचुअल फंड में एक फ्लेक्सिबल और रेकरिंग इन्वेस्टमेंट ऑप्शन मिलता है। अगर आप युवा निवेशक हैं और लॉन्ग टर्म के लिए इन्वेस्टमेंट का सोच रहे हैं तो म्यूचुअल फंड में SIP आपके लिए शानदार विकल्प रहेगा। आप 40 साल तक हर महीने 10,000 रुपये का निवेश करके 10 करोड़ रुपये से ज्यादा का फंड बना सकते हैं। चलिए पूरी कैलकुलेशन समझते हैं। यह भी पढ़ें – टैक्स-छूट और बेहतर रिटर्न की है चाहत? ELSS बन सकता है बेस्ट इन्वेस्टमेंट ऑप्शन

कितना है रिटर्न रेट?

वैसे तो म्यूचुअल फंड में रिटर्न बाजार के उतार -चढ़ाव के अनुसार बदलता रहता है, लेकिन पिछले कुछ समय की परफॉरमेंस को देखें तो सालाना 12% का रिटर्न आसानी से हासिल किया जा सकता है। हम इसी रिटर्न रेट के आधार पर कैलकुलेशन करके आपको बताते हैं कि 10 करोड़ रुपये से ज्यादा का कार्पस कैसे तैयार किया जा सकता है।

40 साल के लिए 10,000 रुपये/माह

  • मासिक निवेश: 10,000 रुपये
  • समय अवधि: 40 वर्ष या 480 महीने
  • अनुमानित वार्षिक रिटर्न रेट: 12%
  • कुल निवेशित राशि: 48 लाख रुपये
  • अनुमानित रिटर्न: 11,40,24,202 रुपये
  • मैच्योरिटी पर कुल राशि: 11,88,24,202 रुपये
(यह डेटा SIP कैलकुलेटर पर आधारित है)

SIP कैलकुलेटर कैसे काम करता है?

M = P × ({[1 + i]^n – 1} / i) × (1 + i) M = वह राशि जो आपको मैच्योरिटी पर प्राप्त होती है। P = वह राशि जो आप नियमित अंतराल पर निवेश करते हैं। N = आपके द्वारा किए गए भुगतानों की संख्या। I = ब्याज की आवधिक दर। (SIP प्लान के लिए कैलकुलेशन इस फ़ॉर्मूले पर आधारित है) यह भी पढ़ें – भारत की Economy के लिए कैसे हैं संकेत, क्या RBI से मिलेगी राहत? इस रिपोर्ट में हर सवाल का जवाब


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