How to Save Money in Rs 25000 Salary: वैसे तो पैसा कितना भी हो, खर्च करने पर कम ही पड़ जाते हैं. ऐसे में अगर आपकी सैलरी 25000 रुपये या 30000 रुपये तक है तो आपके मन में सवाल यही आता है कि क्या बचाएं और क्या खाएं? लेकिन, अर्थशास्त्री यही कहते हैं कि आप चाहे 10 रुपये ही क्यों न कमाएं, आपको अपनी सैलरी का कुछ हिस्सा जरूर बचाना चाहिए. फॉर्मूला ये कहता है कि हर व्यक्ति को अपनी कमाई का 40 फीसदी तो बचाना ही चाहिए. लेकिन ये हर किसी के लिए संभव नहीं है. खासकर तब जब सैलरी इतनी कम हो. तो इतनी सैलरी में बचत कैसे करें? आइये आपको बताते हैं.
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25000 रुपये की सैलरी में पैसे कैसे बचाएं:
सबसे पहले अपने खर्चों में कटौती करें:
अपनी चाहतों पर काबू रखें : इस बात में फर्क करना सीखें कि आपकी क्या जरूरत है और आपकी क्या चाहते हैं. बजट के हिसाब से आपकी जरूरतें पूरी हो सकती हैं, चाहतें नहीं.
जिन सब्सक्रिप्शन को यूज नहीं कर रहे हैं, उन्हें हटा दें : किसी ऐसे ऐप या सर्विस का सब्सक्रिप्शन है, जिसका आप इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं, तो उसे हटा दें या अनसब्सक्राइब कर दें.
बिजली बिल कम करें : LED या CFL बल्ब का इस्तेमाल करें और जिन इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स को यूज नहीं कर रहे हैं, उन्हें अनप्लग कर दें.
कर्ज लेने से बचें : बहुत मजबूरी न हो कर्ज लेने से बचें. क्योंकि इसके साथ इंटरेस्ट का भी भुगतान करना पड़ता है.
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50-30-20 के फॉर्मूले को फॉलो करें:
अपने खर्चों को ट्रैक करें और 50-30-20 के फॉर्मूले को फॉलो करें. यानी आप अपनी सैलरी का 50% हिस्सा यानी 12500 रुपये को अपनी जरूरतों के लिए रखें. बाकी बच 50 फीसदी में से 30% यानी 7500 रुपये को सेविंग और 20% जो 5000 है, उसको इंवेस्ट करें.
अपने खर्चों को नियंत्रित रखने के लिए बजट बनाएं. अपने खर्चों पर नजर रखें और ऐसे खर्चों को हटा दें, जो फिजूल लग रहे हैं. आप साधारण सी कॉपी में अपने खर्चों को नोट कर सकते हैं. अपने खर्चों को ट्रैक करें. जब आप अपने पिछले महीने के खर्चों को देखेंगे तो आपको अंदाजा लगेगा कि आप कहां चूक कर रहे हैं और कहां पैसा बचा सकते हैं.
यहां से करें निवेश की शुरुआत :
- जहां भी आप निवेश करना चाहते हैं उसके लिए अपने सेविंग अकाउंट या इंवेस्टमेंट में ऑटोमेटिक ट्रांसफर सेट करें.
- SIP में 500 रुपये निवेश के साथ शुरुआत करें. कुछ दिनों में ही आपका कॉर्पस बड़ा हो जाएगा. क्योंकि एसआईपी में कंपाउंडिंग इंटरेस्ट के हिसाब से रिटर्न मिलता है.
- एक एमर्जेंसी फंड तैयार करें. क्योंकि आपातकालीन स्थितियां बता कर नहीं आती और न ही पैसा जुटाने का वक्त देती हैं. आप एक अलग सेविंग अकाउंट रख सकते हैं और हर महीने उसमें थोड़ा-थोड़ा अमाउंट डालते रहें.
- SIP में निवेश की शुरुआत भले ही छोटी हो, पर लंबे समय के लिए होनी चाहिए. कुछ समय के बाद आप एसआईपी की राशि को बढ़ा भी सकते हैं.