शुक्र-बुध-सूर्य युति का ज्योतिष महत्व
वैदिक ज्योतिष के अनुसार, मिथुन राशि बुध ग्रह के साथ शुक और सूर्य का संयोग बहुत उत्तम होता है, क्योंकि बुध इन दोनों के मित्र हैं। मित्र ग्रह की राशि में ग्रह बली हो जाते हैं और बेहतर परिणाम देने में सक्षम होते हैं। सूर्य आत्मा, आत्मविश्वास, सत्ता और नेतृत्व के कारक ग्रह हैं, वहीं शुक्र धन-वैभव, भौतिक सुख और विलासिता के स्वामी हैं, जबकि बुध व्यापार, विवेक, वाणी और संचार (कम्यूनिकेशन स्किल) के कारक हैं। इन तीनों ग्रहों की युति से बने त्रिग्रही योग को जीवन में नए कार्यों की दिशा में आगे बढ़ने का संकेत माना जाता है। उचित प्रयासों से सुख-शांति और सौभाग्य के साथ अपार धन लाभ होता है।त्रिग्रही योग का राशियों पर असर
वृषभ राशि:
सिंह राशि:
कन्या राशि:
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।