गहरी नींद के लिए मंत्र
दुर्गा सप्तशती में मां दुर्गा की स्तुति के लिए सात सौ (700) श्लोक दिए गए हैं। जिनमें से एक मंत्र ऐसा है जिसका जाप करने से नींद न आने की समस्या दूर हो सकती है। दुर्गा सप्तशती में कुल 13 अध्याय हैं। पांचवें अध्याय में निद्रा देवी की स्तुति के लिए खास मंत्र है। जिसका भावार्थ यह है 'हे! मां दुर्गा, निद्रा रूप में आप ही हैं। अपको बारंबार नमस्कार है'।अच्छी नींद के लिए मंत्र
या देवी सर्वभूतेषु निद्रा-रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥मंत्र का जाप करने से धीरे-धीरे दूर हो जाती है अनिद्रा
भगवती के उपासक (सिद्धि पुरुष) डॉ. बिमल नारायण ठाकुर के मुताबिक, अगर कोई नींद न आने की समस्या से परेशान है तो वह रात में सोते वक्त इस मंत्र का जाप करे। इस मंत्र का जाप तब तक करना चाहिए, जब तक की नींद न आ जाए। यानी इस स्थिति में व्यक्ति को यह भी पता नहीं चलेगा कि उसे नींद कब आ गई। हालांकि शुरुआत में ऐसा हो सकता है कि व्यक्ति तंद्रा (किसी दूसरी चीजों में खो जाना) की स्थिति में चला जाए, लेकिन बराबर इस मंत्र का जाप करने से अनिद्रा की समस्या दूर हो जाती है। यह भी पढ़ें: ऑफिस के लिए ये वास्तु टिप्स हैं खास
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है।News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।