Sawan Somwar 2025: धार्मिक और ज्योतिष दोनों के लिहाज से सावन माह के पहले सोमवार का दिन खास है। साल 2025 में 11 जुलाई से भगवान शिव को समर्पित सावन का महीना शुरू हो गया है, जिसका समापन 09 अगस्त को होगा। इस दौरान 04 सोमवार पड़ेंगे। पहला सोमवार 14 जुलाई 2025 को है, जिस दिन कई शुभ योग का संयोग बनने के साथ-साथ चंद्र का भी गोचर हो रहा है।
ज्योतिष शास्त्र में चंद्र देव को मन, विचार, मनोबल और स्वभाव आदि का दाता माना गया है, जिनकी बहुत ही जल्दी जगह बदलती है। सावन माह के पहले दिन यानी 14 जुलाई 2025 को भी चंद्र देव नक्षत्र गोचर करेंगे। सोमवार को सुबह 06 बजकर 48 मिनट पर चंद्र देव कुंभ राशि में रहते हुए धनिष्ठा नक्षत्र से निकलकर शतभिषा नक्षत्र में गोचर करेंगे। चलिए अब जानते हैं सोमवार के दिन होने वाले चंद्र गोचर से किन-किन राशिवालों को लाभ होने के प्रबल योग बन रहे हैं।
मेष राशि
किसी के मार्गदर्शन से युवाओं को जीवन में आगे बढ़ने का हौसला मिलेगा। जिन लोगों के माता-पिता उनकी शादी के लिए योग्य साथी की तलाश कर रहे हैं, उनकी खोज पूरी होगी। पारिवारिक सुख मिलने से विवाहित जोड़ों का मन प्रसन्न रहेगा। जो जातक कला के क्षेत्र से जुड़े हैं, समाज में उनके मान-सम्मान में वृद्धि होगी।
उपाय- घर में शिव जी की ध्यान मुद्रा वाली मूर्ति स्थापित करें और उन्हें सावन में भस्म अर्पित करें।
मेष के अलावा तुला राशिवालों को भी चंद्र गोचर से सावन माह के पहले सोमवार लाभ होगा। भावनात्मक स्थिरता आने से रिश्तों में गहराई आएगी। ऑफिस में किसी के साथ विवाद चल रहा है तो वो सुलझ जाएगा। युवा वर्ग संकोच छोड़कर अपने विचारों को साझा करेंगे तो उन्हें बहुत कुछ सीखने को मिलेगा। कारोबारियों को भाग्य का सहयोग मिलेगा और अटके काम पूरे होंगे।
उपाय- भगवान शिव की पूजा करने के बाद शिवलिंग की आराधान करें। साथ ही मौसमी फलों का दान करें।
लकी रंग- हरा
लकी दिन- रविवार
लकी दिशा- पूर्व
कुंभ राशि
सावन माह के पहले सोमवार को होने वाले चंद्र गोचर से कुंभ राशिवालों को सबसे ज्यादा लाभ होगा क्योंकि इस राशि में रहते हुए ही चंद्रमा का नक्षत्र परिवर्तन होगा। घर में लंबे समय से चले आ रहे विवाद खत्म होंगे और रिश्तों में प्रेम बढ़ेगा। बुद्धि से किए गए कार्यों से युवाओं को सफलता मिलेगी। संपत्ति में निवेश करने के लिए सावन माह के शुरुआती दिन शुभ हैं। शिव कृपा से सिंगल लोगों को अपना जीवनसाथी सावन में मिल सकता है।
उपाय- देवी पार्वती की पूजा करें और उन्हें श्रृंगार का सामान अर्पित करें। इसी के साथ विवाहित महिलाओं को हरी चूड़ियों का दान करना शुभ रहेगा।