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Panchak 2023: बुधवार से लगेंगे पंचक, अगले 5 दिन भूल कर भी न करें ये काम

Panchak 2023: हिंदू धर्म में पंचक के पांच दिनों की अवधि को बेहद अशुभ माना जाता है। मान्यता है कि इस दौरान किसी भी प्रकार के शुभ कार्य नहीं किए जाता है। यही वजह है कि लोग पंचक को लेकर बेहद सतर्क रहते हैं और इस दौरान कोई भी शुभ कार्य करने से परहेज कहते […]

Panchak 2023: हिंदू धर्म में पंचक के पांच दिनों की अवधि को बेहद अशुभ माना जाता है। मान्यता है कि इस दौरान किसी भी प्रकार के शुभ कार्य नहीं किए जाता है। यही वजह है कि लोग पंचक को लेकर बेहद सतर्क रहते हैं और इस दौरान कोई भी शुभ कार्य करने से परहेज कहते हैं। हिंदू पंचांग के अनुसार, 2 अगस्त 2023 (बुधवार) से 6 अगस्त 2023 (रविवार) तक पंचक रहेगा। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, बुधवार से शुरू होने वाला पंचक अशुभ नहीं होता है। आइए जानते हैं कि पंचक कब से कब तक है और इस दौरान कौन-कौन से कार्य नहीं करने चाहिए।

अगस्त में पंचक कब से कब तक है?

पंचक का पहला दिन- 2 अगस्त, बुधवार पंचक का दूसरा दिन- 3 अगस्त, गुरुवार पंचक का तीसरा दिन- 4 अगस्त, शुक्रवार पंचक का चौथा दिन- 5 अगस्त, शनिवार पंचक का पांचवां दिन- 6 अगस्त, रविवार यह भी पढ़ें: Tulsi Ke Upay: तुलसी का पौधा सूख जाएं तो होता है अपशकुन, तुरंत करें ये उपाय, बचाव होगा

किन दिन कौन सा पंचक

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, पंचक की शुरुआत जिस दिन होती है, उसके अनुसार ही उसका प्रभाव देखने को मिलता है। मान्यता के अनुसार, सोमवार से शुरू होने वाला पंचक राज पंचक, मंगलवार से शुरू होने वाला अग्नि पंचक, शुक्रवार से शुरू होने वाला चोर पंचक और शनिवार से शुरू होने वाला मृत्यु पंचक के नाम से जाना जाता है। वहीं रविवार से शुरू होने वाला पंचक रोग पंचक कहा जाता है। जबकि अलावा बुधवार और गुरुवार से शुरू होने वाला पंचक अशुभ नहीं होता है। इस दौरान किसी भी कार्य को करने से पहले पंचक शांति के उपाय कर लेने चाहिए।

पंचक के दौरान भूल से भी ना करें ये काम (Panchak 2023)

  • ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पंचक के दौरान चारपाई का निर्माण नहीं करवाना चाहिए।
  • मान्यता है कि पंचक की अवधि में घास, सूखी लकड़ियां और ज्वलनशील वस्तुओं को इकट्ठा नहीं करना चाहिए।
  • पंचक के दौरान घर की छत नहीं ढलवानी चाहिए। साथ ही नए छत का निर्माण भी नहीं करना चाहिए।
  • पंचक की पूरी अवधि में दक्षिण दिशा की यात्रा करने से परहेज करना चाहिए।
  • पंचक काल में अंतिम संस्कार निषेध माना गया है। हालांकि गरुड़ पुराण में दिए गए खास उपायों से पंचक दोष दूर हो सकते हैं। फिर अंतिम संस्कार किया जा सकता है।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।


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