नीला पुखराज का ज्योतिषीय महत्व
ज्योतिष शास्त्र में नीला पुखराज को इंद्र नीलमणि भी कहा गया है। रत्न शास्त्र के जानकार बताते हैं कि इस खास रत्न को अगर दूध में डाला जाए तो यह उसे भी नीला कर देगा। यह इस रत्न की खासियत है। नीला पुखराज को पहनने से जीवन में हमेशा अनुकूलता बनी रहती है। अगर दांपत्य जीवन में पति-पत्नी के बीच बनती नहीं है तो इस रत्न को धारण करने से स्थिति सुधरने लगती है। हालांकि इस रत्न को पति-पत्नी दोनों धारण करने से शादीशुदा जिंदगी में विशेष लाभ प्राप्त होता है। कहते हैं कि इस रत्न में इतना प्रभाव है कि यह पति-पत्नी के बीच कभी तलाक नहीं होने देता। इतना ही नहीं, नीला पुखराज शनि की साढ़ेसाती, ढैय्या और महादशा से भी मुक्ति दिलाने में भी कारगर है। यह भी पढ़ें: गुरु-शुक्र का समसप्तक योग 3 राशियों के लिए वरदान! भाग्योदय के साथ-साथ होगी छप्परफाड़ कमाईनीला पुखराज किन राशियों के लिए शुभ?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ब्लू टोपाज (नीला पुखराज) में बृहस्पति और शनि दोनों ही ग्रहों के मिक्स प्रभाव मौजूद होते हैं। ऐसे में जिन व्यक्तियों की भी कुंडली में बृहस्पति और शनि परस्पर एक दूसरे के संबंध में होते हैं, उन्हें ब्लू टोपाज अवश्य धारण करना चाहिए। वहीं, मकर और कुंभ राशि के जातकों के लिए नीला पुखराज धारण करना बहुत शुभ माना गया है।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।