कुंडली में कैसे बनता है मारकेश योग?
ज्योतिषीय गणना में मारकेश योग को अशुभ परिणाम देने वाला माना गया है। जब किसी जातक की कुंडली में ग्रहों के युति योग से मारकेश दोष का निर्णाम होता है, तो उसे तमाम परेशानियों से गुजरना पड़ता है। दोष जनित कष्टों को सहना पड़ता है। कुंडली में इस योग के होने से बीमारियां और दुर्घटना की संभावना बढ़ जाती है। कई बार दुर्घटना मारक साबित हो जाते हैं। कुंडली में मारकेश दोष कुंडली में अशुभ फल देने वाले ग्रहों की स्थिति की वजह से बनता है। यह भी पढ़ें: 24 घंटे बाद शनि देव 5 राशियों पर हो जाएंगे मेहरबान, जॉब-बिजनेस में तरक्की के साथ होगा अपार धन लाभ! ज्योतिष शास्त्र की गणना के मुताबिक, मारकेश दोष कुंडली के दूसरे और सातवें भाव से नीच लग्न होने की वजह से बनता है। ज्योतिष शास्त्र के जानकार पं. धनंजय पाण्डेय बताते हैं कि किसी भी जातक की कुंडली का दूसरा और सातवां भाव मृत्यु के बारे में बताता है। इसी भाव से कुंडली के मारक योग का पता लगाया जाता है।कैसे पाएं मारकेश योग से मुक्ति
- जानकार बताते हैं कि अगर किसी जातक की कुंडली में मारकेश दोष है तो ऐसे में अविलंब भगवान शिव की उपासना कर देनी चाहिए।
- जिन जातकों की कुंडली में मारकेश दोष है, उन्हें लगातार और अधिक शिव जी को प्रसन्न करने के उपाय करने चाहिए।
- मारकेश दोष से पीड़ित जातकों को सोमवार के दिन भगवान शिव का अभिषेक करना चाहिए। ऐसा करने से मारकेश दोष का प्रभाव कम हो जाता है।
- कुंडली के मारकेश दोष से मुक्ति पाने के लिए कम से कम सवा लाख महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना या किसी पंडित से करवाना चाहिए।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।