Choti Diwali 2023: हिंदू पंचांग के अनुसार, आज नरक चतुर्दशी यानी छोटी दिवाली है। इस दिन यमराज के लिए दीप जलाया जाता है। जिसे यम दीपक के नाम से जाना जाता है। मान्यता है कि यम दीपक जलाने के कुछ खास नियम होता है। घर के सभी सदस्य जब आ जाते हैं, खाना-पीना खाकर जब सोने जाते हैं, तो उस समय दीपक जलाया जाता है। जब यम दीपक जलाया जाता है तो उसमें घी या सरसों का तेल का प्रयोग किया जाता है। इस बात को लेकर लोगों के मन में विचार आते रहता है। आज इस खबर में जानेंगे कि आखिर यम दीपक जलाने के लिए कौन सा तेल का प्रयोग होता है सरसों का तेल का या घी का। तो आइए विस्तार से जानते हैं।
यम का दीपक जलाने का नियम
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, यम दीपक जलाने के लिए पुराने दीपक का प्रयोग किया जाता है। मिट्टी के दीपक में सरसों का तेल और बत्ती डालकर जलाया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, यम दीपक घर की दक्षिण दिशा या घर के चौखट के बाहर जलाया जाता है। साथ ही यमदेव से अकाल मृत्यु का प्रकोप से दूर रहने के लिए प्रार्थना किया जाता है।
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डिस्क्लेमर:यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।