छठ पूजा के आखिरी दिन क्या नॉनवेज खा सकते हैं?
छठ पूजा के आखिरी दिन क्या नॉनवेज खा सकते हैं? यह एक ऐसा सवाल है जिसका उत्तर जानने के लिए हर कोई उत्सुक रहता है। हालांकि जो लोग छठ व्रत नहीं करते वे ही इस बारे में जानने को अधिक उत्सुक रहते हैं। ज्योतिषीय और धार्मिक मान्यताएं हैं कि छठ पूजा शुरू होने से लेकर अंत तक यानी नहाय-खाय से लेकर आखिरी दिन तक किसी भी हाल में नॉनवेज नहीं खाना चाहिए, फिर चाहें छठ व्रत करें या न करें। धर्म शास्त्रों के जानकार बताते हैं कि चार दिवसीय छठ पर्व में शुद्धता और उससे जुड़े नियमों को भूलकर भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। वैसे हर छठ व्रती इसकी पवित्रता का ध्यान रखते हैं।छठ पूजा में क्या क्या नहीं खाना चाहिए?
छठ महापर्व के चार दिनों की अवधि में नहाय-खाय से लेकर आखिरी तक व्रतधारी महिला या पुरुष को जमीन पर ही सोना चाहिए। मान्यता है कि जो व्यक्ति छठ व्रत करता है उसके साथ परिवार के अन्य सदस्यों को भी तामसिक भोजन नहीं करना चाहिए। जानकारी रहे कि लहसुन-प्याज इत्यादि को तामसिक माना गया है।छठ पूजा के 2 दिन पहले क्या होता है?
चार दिवसीय छठ पूजा के पहले दिन को नहाय-खाय करते हैं। इस दिन व्रतधारी महिला या पुरुष शरीर और घर की साफ-सफाई करते हैं। इसके बाद खरना पूजा के दौरान मन की पवित्रता भी होती है। , जबकि दूसरे दिन खरना पूजा होती है। छठ पूजा को बेहद खास माना गया है। इसके जुड़े निमय बेहद कठोर पालन करने वाले बताए गए हैं। खरना की रात प्रसाद ग्रहण करने के बाद छठी मैया का 36 घंटे का निर्जला व्रत शुरू होता है। यह भी पढ़ें: Chhath Puja 2023: कब से शुरू है छठ पूजा? नोट करें नहाय-खाय, खरना की सही तारीख छठ पूजा से जुड़े खास सवाल छठ पूजा किसके लिए करते हैं?- संतान के लिए
- शास्त्रों के मुताबिक छठी मैया ब्रह्मा जी की पुत्री हैं।
- 4 दिनों का
- भगवान कार्तिकेय की
- सूर्य देव को
- छठ पूजा के पहले दिन को नहाय-खाय करते हैं
- छठ पूजा के दूसरे दिन खरना होता है, इस दिन छठी मैया और सूर्य देव को अर्घ्य देने के लिए पकवान बनाए जाते हैं।
- शास्त्रीय मान्यताओं के अनुसार, छठ पूजा के दौरान नॉनवेज नहीं खाना चाहिए।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।