डिस्क्लेमर:यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।
पतरों की तस्वीर घर में कहां लगाएं
- हिंदू मान्यता के अनुसार, पितृ पक्ष में पितर देव पृथ्वी लोक पर वास करते हैं। यही वजह है कि लोग इस दौरान पितरों को प्रसन्न करने के लिए तर्पण, पिंडदान और श्राद्ध करते हैं। पिंडदान इत्यादि कर्मों के लिए बिहार का गया बेहद खास है। पितृ पक्ष के दौरान यहां लोगों की भीड़ उमड़ पड़ती है।
- पितृ पक्ष के दौरान पितरों के नाम का श्राद्ध,पिंडदान,तर्पण इत्यादि कर्म करने से उनकी शांति मिलती है। साथ ही पूर्वज प्रसन्न होकर परिवार को आशीर्वाद देते हैं। कहते हैं कि देवता और पितर के आशीर्वाद से जीवन खुशहाल रहता है। साथ ही जीवन आर्थिक स्थिति बेहतर रहती है।
- वास्तु एक्सपर्ट के मुताबिक, घर में पूर्वजों (पितरों) की तस्वीर लगाने से पहले कुछ बातों का जरूर ध्यान रखना चाहिए। वास्तु नियम के मुताबिक, घर के मंदिर या मंदिर की दीवारों पर पूर्वजों (पितरों) की तस्वीर नहीं लगानी चाहिए। मान्यता है कि मंदिरों में पितरों की तस्वीर रखने से पितर देव नाराज हो जाते हैं। इतना ही नहीं, ऐसा करने से पूजा का संपूर्ण फल भी प्राप्त नहीं होता।
यहां ना लगाएं पितरों की तस्वीर
वास्तु नियम के मुताबिक, पूर्व, उत्तर या पूर्वोत्तर दिशा में पितरों की तस्वीर लगाना शुभ नहीं है। इसके अलावा घर का ब्रह्म स्थान यानी घर के बीचोंबीच भी पितरों की तस्वीर लगाना शुभ नहीं है। ऐसे में पितरों की तस्वीर लगाते वक्त इस बात का जरूर ध्यान रखना चाहिए।किस दिशा में लगाएं पूर्वजों की तस्वीर
- वास्तु शास्त्र के अनुसार, पूर्वजों की तस्वीर घर के हॉल की दक्षिण दिशा या दक्षिण-पश्चिम दिशा में लगाना शुभ है। मान्यता है कि इस दिशा में पूर्वजों की तस्वीर लगाने से पितर प्रसन्न होते हैं। जिसके घर-परिवार हमेशा खुशहाल रहता है। इन बातें रखें ध्यान
- पूर्वजों की तस्वीर लगाते वक्त इस बात का ध्यान रखें कि उनकी तस्वीर पर जाले या धूल-मिट्टी नहीं लगी होनी चाहिए। दरअसल ऐसे में पितरों की नराजगी का दंश पितृ दोष के तौर पर झेलनी पड़ती है। ऐसे में घर में पितरों की तस्वीर लगाते वक्त हमेशा इस बात का ध्यान रखना चाहिए।