समुद्र की लहरों की आवाज
जगन्नाथ मंदिर में प्रवेश करते ही समुद्र की लहरों की आवाज सुनाई नहीं देती और जैसे ही कोई मंदिर से बाहर आता है तो उसके लहरों की आवाज पुनः सुनााई देने लगती है। कहा जाता है कि देवी सुभद्रा की ऐसी इच्छा थी कि मंदिर में जो कोई प्रवेश करे उसका मन शांत हो जाए।मंदिर से ऊपर से नहीं उड़ते जहाज और पक्षी
वैसे तो किसी भी मंदिर के ऊपर से पक्षी, हवाई जहाज इत्यादि उड़ते हुए दिखाई देते हैं। मगर, पुरी का जगन्नाथ मंदिर ही एक मात्र ऐसा है, जिसके ऊपर के ना तो कई जहाज उड़ सकता है और न ही कोई किसी प्रकार के पक्षी। जिसे रहस्य मंदिर से जुड़ा रहस्य माना गया है।मंदिर की छाया
जगन्नाथ मंदिर से जुड़ा एक रहस्य यह भी है कि इसकी छाया नहीं दिखाई देती। जगन्नाथ मंदिर पर अगर सूर्य की रोशनी पड़ती भी है तो उसकी छाया नजर नहीं आती। यह एक प्रकार का अद्भुत रहस्य है। जिसका पता अब तक नहीं लगाया जा सका है।जगन्नाथ मंदिर का चक्र
मंदिर के ऊपर में लगा हुआ चक्र वजन में लगभग एक टन का है। इस चक्र से जुड़ा रहस्य यह है जो कोई भी इसे देखेगा, यह उसी की तरफ मुड़ा दिखाई देगा। कहा जाता है कि मंदिर के इस चक्र को 12वीं सदी के लोंगों ने लगाया था।प्रसाद से जुड़ा रहस्य
जगन्नाथ मंदिर में प्रत्येक साल लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए जाते हैं। इसके अलावा रथ यात्रा के दौरान भी श्रद्धालु लाखों की संख्या में पहुंचते हैं। इतनी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने पर भी प्रसाद ना तो कम पड़ता है और ना ही उसकी बर्बादी होती है। यह भी पढ़ें: गुरु-शुक्र के खास योग से 3 राशि वाले रहें सावधान! हो सकता है नुकसान
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।