महिलाओं के लिए ‘साइलेंट किलर’ हैं 5 बीमारियां!

एनीमिया

एनीमिया शरीर में रेड ब्लड सेल्स की कमी की वजह से होता है। इस बीमारी में थकान, स्किन का पीला पड़ना, सांस का फूलना, सिर घूमना, चक्‍कर आना और दिल की धड़कन तेज हो जाती है।

पीसीओडी या पीसीओएस

पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS) या पॉलीसिस्टिक ओवरी डिजीज (PCOD) ये आमतौर पर हार्मोनल असामान्य होने पर होती है। इस बीमारी में महिलाओं का मेटाबोलिज्म कमजोर हो जाता है। जिसका सीधा असर पीरियड साइकिल पर पड़ता है।

मेनोपॉज

मेनोपॉज महिलाओं की जिदंगी में एक ऐसा पड़ाव है, जिससे हर महिला गुजरती है। मेनोपॉज के दौरान पीरियड आना बंद हो जाता है। इसकी वजह से फीमेल हार्मोन कम हो जाता है।

हड्डियों का कमजोर होना

महिलाओं में प्रेग्नेंसी और 30 की उम्र के बाद हड्डियां कमजोर होने लगती हैं। हड्डियों की मजबूती के लिए भरपूर कैल्शियम के सेवन के साथ-साथ एक्सरसाइज करना जरूरी है और डेयरी प्रोडक्ट खाने चाहिए।

दिल की बीमारी 

मेनोपॉज के साथ लिपिड भी बढ़ने लगता है और ब्लड वैसल्स की वॉल्स में बदलाव होता है। इसके कारण दिल की बीमारी का खतरा रहता है। दिल से जुड़ी बीमारियों से बचाव के लिए साबुत अनाज, ताजे फल और सब्जियों का सेवन करना चाहिए।