दिल्ली में महज एक रुपये में पोषण से भरपूर थालीदिल्ली में महज एक रुपये में पोषण से भरपूर थालीदिल्ली में महज एक रुपये में पोषण से भरपूर थालीदिल्ली के रहने वाले प्रवीण गोयल पिछले दो साल से जरूरतमंदों का पेट मात्र एक रुपये में भर रहे हैं।दिल्ली के रहने वाले प्रवीण गोयल पिछले दो साल से जरूरतमंदों का पेट मात्र एक रुपये में भर रहे हैं। प्रवीण गोयलप्रवीण गोयलजिनके पास बिल्कुल पैसे नहीं होते उनके लिए खाना मुफ्त होता है।जिनके पास बिल्कुल पैसे नहीं होते उनके लिए खाना मुफ्त होता है।खाना मुफ्तखाना मुफ्तआइए जानते हैं दिल्ली नागलोई क्षेत्र में संचालित श्याम रसोई के बारे में.आइए जानते हैं दिल्ली नागलोई क्षेत्र में संचालित श्याम रसोई के बारे में.श्याम रसोईश्याम रसोईयहां साल में कोई छुट्टी नहीं हैं, रोजाना खाना बनता है। मैन्यू डेली चेंज होता है।यहां साल में कोई छुट्टी नहीं हैं, रोजाना खाना बनता है। मैन्यू डेली चेंज होता है।रोजाना खाना बनता हैरोजाना खाना बनता हैहर सुबह मैन्यू के मुताबिक भोजन तैयार किया जाता है। थाली में चार रोटी, दाल, तीन तरह की सब्जी और हलवा होता है।हर सुबह मैन्यू के मुताबिक भोजन तैयार किया जाता है। थाली में चार रोटी, दाल, तीन तरह की सब्जी और हलवा होता है।हर सुबहहर सुबहयहां रोजाना दो हजार से ज्यादा लोग खाना खाते हैं और वो भी सिर्फ एक रुपये में।यहां रोजाना दो हजार से ज्यादा लोग खाना खाते हैं और वो भी सिर्फ एक रुपये में।एक रुपयेएक रुपयेसाढ़े तीन साल पहले जब श्याम रसोई की शुरुआत हुई थी तब इस थाली की कीमत 10 रुपये थी।साढ़े तीन साल पहले जब श्याम रसोई की शुरुआत हुई थी तब इस थाली की कीमत 10 रुपये थी। श्याम रसोईश्याम रसोईरसोई संचालक का मानना है कि लोगों से एक रुपये लेने का मकसद उन्हें शर्मिंदा होने से बचाना है ताकि उन्हें लगे कि भोजन के लिए उन्होंने पैसे दिए हैं।रसोई संचालक का मानना है कि लोगों से एक रुपये लेने का मकसद उन्हें शर्मिंदा होने से बचाना है ताकि उन्हें लगे कि भोजन के लिए उन्होंने पैसे दिए हैं।रसोई संचालकरसोई संचालकअधिक वेब कहानियों के लिए www.hindi.news24online.com पर लॉगऑन करेंअधिक वेब कहानियों के लिए www.hindi.news24online.com पर लॉगऑन करें