चौथी पास इस शख्स ने कैसे खड़ा किया अरबों का साम्राज्य
Ashutosh Ojha
शून्य से शिखर
आज हम बता रहे हैं शून्य से शिखर तक पहुंचने वाले उस शख्स के बारे में, जो आज अपने एंप्लॉयी को बोनस में कार और घर बांटता है।
सक्सेस स्टोरी
जी हां, ये हैं डायमंड मैन्युफैक्चरिंग एंड एक्सपोर्टिंग कंपनी हरि कृष्णा एक्सपोर्ट्स के फाउंडर और चेयरमैन सावजी भाई ढोलकिया। आइए जानते हैं इनकी कहानी...
गरीब घर में जन्मे
गुजरात के अमरेली जिले के डूढाला गांव में वर्ष 1962 में जन्मे सावजी के घर की आर्थिक स्थिति ज्यादा अच्छी नहीं थी।
कक्षा 4 तक पढ़े
कक्षा 4 तक पढ़ाई करने के बाद सावजी ने 13 साल की उम्र में ही स्कूल छोड़ दिया था।
हीरा व्यापार से जुड़े
इसके बाद वह सूरत में अपने अंकल के साथ हीरे के व्यापार से जुड़ गए और बिजनेस की बारीकियां सीखीं।
भाइयों को साथ लिया
साल 1984 में उन्होंने अपने भाईयों के साथ डायमंड का बिजनेस शुरू किया।
कई देशों में निर्यात
बाद में सावजी ने मुंबई में एक ब्रांच खोली और उनकी कंपनी ने अमरीका और यूरोप के देशों में डायमंड एक्सपोर्ट शुरू कर दिया।
कामयाबी मिली
पहले ही साल में कंपनी का एक्सपोर्ट लगभग एक करोड़ रुपए तक पहुंच गया। इसके बाद उन्हें इस बिजनेस में कामयाबी मिलती गई।