ओरछा की खूबसूरती और नजारे देखकर लौटने का नहीं करेगा मनओरछा की खूबसूरती और नजारे देखकर लौटने का नहीं करेगा मनओरछा की खूबसूरती और नजारे देखकर लौटने का नहीं करेगा मनअपने परिवार या दोस्तों के साथ नए साल का जश्न मनाने की सोच रहे हैं तो ओरछा जरूर जाइए।अपने परिवार या दोस्तों के साथ नए साल का जश्न मनाने की सोच रहे हैं तो ओरछा जरूर जाइए।ओरछा जरूर जाइएओरछा जरूर जाइएयहां पर आप कम बजट में नया साल एंजॉय कर सकते हैं।यहां पर आप कम बजट में नया साल एंजॉय कर सकते हैं।नया सालनया सालओरछा ऐतिहासिक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण हैं। यह ग्वालियर से करीब 120 किलोमीटर दूर है।ओरछा ऐतिहासिक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण हैं। यह ग्वालियर से करीब 120 किलोमीटर दूर है। ग्वालियर ग्वालियरओरछा में प्रवेश करते ही आपको किले, महल, प्राचीन मंदिर, बेतवा नदी और घाट दिखने लगेंगे जो आपको आकर्षित करेंगे।ओरछा में प्रवेश करते ही आपको किले, महल, प्राचीन मंदिर, बेतवा नदी और घाट दिखने लगेंगे जो आपको आकर्षित करेंगे। आकर्षित करेंगेआकर्षित करेंगेयहां आकर आप इन जगहों को जरूर घूमें।यहां आकर आप इन जगहों को जरूर घूमें। जरूर घूमें जरूर घूमेंइस फोर्ट का निर्माण वर्ष 1501 में राजा रुद्र प्रताप सिंह ने कराया था।इस फोर्ट का निर्माण वर्ष 1501 में राजा रुद्र प्रताप सिंह ने कराया था।ओरछा फोर्टओरछा फोर्टबेतवा नदी के कंचना घाट पर बैठकर सनसेट के दौरान छतरियों का अलग ही खूबसूरत नजारा देखने को मिलता है।बेतवा नदी के कंचना घाट पर बैठकर सनसेट के दौरान छतरियों का अलग ही खूबसूरत नजारा देखने को मिलता है।शाही छतरियांशाही छतरियांकहा जाता है कि इस मंदिर के निर्माण के पीछे एक अनोखी कहानी है। जो शुरू होती है बुंदेला शासक मधुकर शाह और उनकी रानी गणेशकुंवर के समय से।कहा जाता है कि इस मंदिर के निर्माण के पीछे एक अनोखी कहानी है। जो शुरू होती है बुंदेला शासक मधुकर शाह और उनकी रानी गणेशकुंवर के समय से। राजा राम मंदिरराजा राम मंदिरराज महल के समीप स्थित चतुर्भुज मंदिर ओरछा का मुख्य आकर्षण है।राज महल के समीप स्थित चतुर्भुज मंदिर ओरछा का मुख्य आकर्षण है। चतुर्भुज टेंपलचतुर्भुज टेंपलअधिक वेब कहानियों के लिए www.hindi.news24online.com पर लॉगऑन करेंअधिक वेब कहानियों के लिए www.hindi.news24online.com पर लॉगऑन करें