मुलेठी में कई ऐसे गुण मिलते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने में मदद करते हैं। इससे ट्राइग्लिसराइड्स लेवल कम होता है। कोलेस्ट्रॉल का लेवल सही रहने से हार्ट स्ट्रोक और हार्ट ब्लॉकेज का जोखिम कम रहता है।
पाचन अच्छा रखने के लिए मुलेठी का सेवन करना चाहिए। इसके सेवन से पेट में गैस की दिक्कत नहीं रहती है। इसके साथ ही ऐंठन, सूजन और पेट फूलने की समस्या कम रहती है।
सर्दियों में फिजिकल एक्टिविटी कम होने के कारण देखा होगा कि वजन तेजी से बढ़ता है। इसके लिए मुलेठी का सेवन करें, क्योंकि इसमें फ्लेवोनोइड्स पाया जाता है, जो वजन को कंट्रोल करने का काम करता है।
शरीर के इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाने के लिए सर्दियों में मुलेठी खाना चाहिए। इससे सर्दी-जुकाम और खांसी की परेशानी में आराम मिलता है।
माइग्रेन के दर्द की समस्या रहती है, तो मुलेठी का इस्तेमाल करना चाहिए। इसके लिए मुलेठी चूर्ण या पाउडर में थोड़ा सा शहद मिलाकर नाक में ड्रॉप डालें। इससे दर्द में राहत मिलेगी।
मुंह के छालों की समस्या रहती है, तो इसके लिए सबसे बेस्ट ऑप्शन है। इसमें कुछ टुकड़े मुलेठी के लें और शहद मिलाकर चूसें। आपके छाले जल्दी सही हो जाएंगे।
गले में खराश की समस्या को दूर करने के लिए मुलेठी से गरारे करें। इसके लिए मुलेठी के पाउडर को गर्म पानी में मिलाकर उबालें। फिर मुलेठी के पानी से गरारे करें, इससे आपके गले की खराश दूर जाएगी।
जिन लोगों को खून की कमी हो जाती है, उन्हें एक चम्मच मुलेठी पाउडर में शहद मिलाकर खाना चाहिए या काढ़ा बनाकर भी पी सकते हैं।