फैटी लिवर की समस्या से पीड़ित लोगों को दूध का सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि ये लोग दूध पचा नहीं पाते हैं। दूध में भरपूर प्रोटीन पाया जाता है, जो अपच, एसिडिटी, गैस, थकान या वजन बढ़ना जैसी परेशानी हो सकती है।
दूध में लैक्टोज पाया जाता है, जो कभी-कभार आपके पाचन को खराब करता है। इसलिए ज्यादा दूध का सेवन करने से लूज मोशन, गैस की समस्या हो सकती है।
कुछ लोगों को एलर्जी की समस्या होती है। इसलिए दूध पीने से भी एलर्जी हो सकती है। क्योंकि इसमें लैक्टोज पाया जाता है, जो आपके इम्यून सिस्टम पर असर कर सकता है। इस कारण खुजली, चकत्ते के साथ-साथ सांस लेने में परेशानी हो सकती है।
दूध का ज्यादा सेवन करने से त्वचा से जुड़ी समस्या हो सकती है। इससे फेस पर दानें निकल जाते हैं। इतना ही नहीं पिंपल की परेशानी भी हो सकती है। ऐसे में दूध कम पीना चाहिए।
अगर मोटापे की समस्या हैं, तो दूध का सेवन कम करना चाहिए। क्योंकि दूध एक कंप्लीट डाइट है, लेकिन इससे बॉडी में फैट का जमाव होता है।
पीसीओएस से ग्रस्त महिलाओं के लिए दूध अच्छा ऑप्शन नहीं है। इसमें इंसुलिन बढ़ने का फैक्टर शामिल होता है, जो एंड्रोजन हार्मोन को बढ़ाने का काम करता है। जो पहले से ही PCOS वाली महिलाओं में ज्यादा है।