जानिए IAS अफसर जुनैद अहमद की संघर्षभरी कहानी

Ashutosh Ojha

सक्सेस का शॉर्टकट नहीं

सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता और success वही होता है जो असफलताओं से नहीं घबराता। यह बात सच कर दिखाई यूपी के जुनैद अहमद ने।

मोटीवेशनल स्टोरी

उन्होंने अपनी गलतियों से सबक लेते हुए मेहनत के बलबूते IAS बनने का यह सफर तय किया। आइए जानते हैं उनकी मोटीवेशनल स्टोरी के बारे में...

एवरेज स्टूडेंट

जुनैद अहमद शुरू से ही पढ़ाई में ज्यादा होशियाऱ नहीं थे। वो एक एवरेज स्टूडेंट माने जाते थे।

कड़ी मेहनत

जुनैद के स्कूल और कॉलेज में कभी 60 प्रतिशत से ज्यादा मार्क्स नहीं आए। उन्हें इतने के लिए भी कड़ी मेहनत करनी पड़ती थी। 

लक्ष्य बनाया

कॉलेज की पढ़ाई कम्पलीट करने के बाद जुनैद ने लक्ष्य बना लिया कि अब मुझे सिर्फ IAS ही बनना है।

हार नहीं मानी

जुनैद UPSC में पहले तीन अटेम्प्ट में लगातार असफल होते रहे। इसके बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी।

IRS के लिए चयन

चौथे अटेम्प्ट में जुनैद ने यूपीएससी में 352वीं रैंक हासिल की। उनका चयन IRS के लिए किया गया, जो उन्हें मंजूर नहीं था।

ऑल इंडिया थर्ड रैंक

जुनैद फिर से तैयारी में जुट गए और आखिरकार 2018 में उन्होंने पांचवें प्रयास में ऑल इंडिया थर्ड रैंक हासिल कर अपना सपना पूरा कर लिया।