भारत में कहां नहीं होता रावण दहन

भारत में कहां नहीं होता रावण दहन

दशहरा हिंदू त्योहारों में से एक है। लेकिन हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के बैजनाथ भगवान भोलेनाथ के मंदिर में स्थानीय लोग इस दिन रावण का पुतला नहीं जलाते हैं।

 रावण का पुतला

इसे लेकर यहां ऐसे सांस्कृतिक और धार्मिक कारण हैं जो बताते हैं कि रावण के पुतले क्यों नहीं जलाए जाते। आइए जानते हैं...

सांस्कृतिक और धार्मिक

स्थानीय लोगों का मानना है कि रावण का पुतला जलाने से भगवान शिव क्रोधित  हो जायेंगे।

धार्मिक कारण

धार्मिक कारण

कई साल पहले जब कुछ लोग दशहरा मनाने की कोशिश कर रहे थे, तो अगले दशहरा से पहले उनकी मृत्यु हो गई, तब से त्योहार मनाना बंद कर दिया।

दुखद घटना

दुखद घटना

बैजनाथ एक छोटा सा शहर है, जो भगवान शिव को समर्पित बैजनाथ धाम के लिए प्रसिद्ध है।

बैजनाथ के बारे में

माना जाता है कि बैजनाथ मंदिर का निर्माण 13वीं शताब्दी में हुआ था।

मंदिर का निर्माण

यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और इसे कांगड़ा घाटी के सबसे महत्वपूर्ण मंदिरों में से एक माना  जाता है।

शिव को समर्पित