धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, छठ पूजा का व्रत कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से शुरू होता और सप्तमी के दिन खत्म हो जाता है।
छठ महापर्व का व्रत
मान्यता है कि छठ महापर्व का व्रत यदि निसंतान महिला करती है, तो उन्हें तेजस्वी संतान की प्राप्ति होती है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, छठ पूजा में बांस से बने सूप का प्रयोग किया जाता है क्योंकि जिस तरह बांस 8 हप्ते में ही 60 फीट ऊंचा हो जाता है ठीक उसी प्रकार घर में खुशहाली भी बनती है।
इसके साथ ही छठ पूजा में व्रत रखने से संतान का स्वास्थ्य भी अच्छा बना रहता है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, छठ की पूजा बांस के सूप बिना अधूरी मानी जाती है।