योग गुरु बाबा रामदेव को भला कौन नहीं जानता हैं। उन्होंने योग को दुनियाभर में पहुंचाया।
बिजनेस टाइकून
लेकिन एक गरीब किसान का बेटा आज इतना बड़ा बिजनेस टाइकून है जिसका करीब 10 हजार करोड़ से अधिक का कारोबार है।
सफलता की कहानी
आज हम बताएंगे एक योगी के अरबपति बनने के पीछे उनकी सफलता की सच्ची कहानी। आइए जानते हैं...
आर्थिक हालात
बाबा रामदेव का जन्म हरियाणा के अली सैयदपुर गाँव में हुआ। परिवार के आर्थिक हालात काफी ख़राब थे।
योग की शिक्षा
बचपन से ही योग के प्रति रूचि होने के कारण उन्होंने खानपुर (हरिद्वार) के एक गुरुकुल में संस्कृत और योग की शिक्षा ग्रहण की।
जड़ी बूटियों का कारोबार
योग में सफलता के बाद उन्होंने जड़ी बूटियों का कारोबार शुरू कर दिया। इसके लिए साल 1995 में कुछ पैसा उधार लेकर पतंजलि का कंपनी के रूप में रजिस्ट्रेशन कराया।
देसी ब्रांड कंपनी
पतंजलि महज 5 साल में आयुर्वेदिक कंपनी से आज सबसे बड़ी देसी ब्रांड कंपनी बन गयी है, जो कि अपने आपमें असाधारण है।
पतंजलि को चौथा स्थान
Global market research फर्म IPSOS के हालिया सर्वे के अनुसार पतंजलि को भारत के टॉप 10 प्रभावी ब्रांड्स में चौथा स्थान मिला है।