10 जानवर और पक्षी जो दुनिया के लिए थे कुदरत का खास तोहफा, अब हो चुके हैं विलुप्त 

स्पिक्स प्रजाति का तोता करीब विलुप्त हो चुका है। इन तोतों को लिटिल ब्लू मैकॉ के नाम से जाना जाता है।

स्पिक्स तोता

ऊनी हाथी मैमथ के कुछ हिस्सों में घूमते थे। शोधकर्ता ने कहा कि जलवायु परिवर्तन के कारण ऊनी मैमथ गायब हो गए हैं।

ऊनी हाथी 

अंतिम दो जीवित उत्तरी श्वेत गैंडे अस्तित्व हैं। इनमें दोनों महिला हैं। अंतिम सफेद गैंडे की सुंदन की मार्च में मौत हो गई थी।

उत्तरी सफेद गैंडा

भारत में मानवीय हस्तक्षेप के कारण चीतों का विलुप्त होना जारी है। चीते अपनी मूल भूमि पर, पहल होती दिख रही हैं।

चीते

हिमालयी बटेर पश्चिम में हिमालय उत्तराखंड, उत्तर-पश्चिम भारत में पाए जाते हैं। इसको आखिरी बार 1876 में देखा गया था।

हिमालय बटेर

एटलस भालू अफ़्रीका का माना जाता है। यह देशी भालू मोरक्को में एटलस पर्वत और पड़ोसी देश में निवास करता था।

एटलस भालू

कैस्पियन बाघ विलुप्त हो गया है। शिकार के कारण 1970 के दशक की शुरुआत से इसको नहीं देखा गया।

कैस्पियन बाघ

पश्चिम अफ़्रीकी काले गैंडे सदियों तक जीवित रहे। 20 वीं सदी में व्यापक शिकार के कारण गैड़ों की आबादीन नष्ट हो गई।

अफ़्रीकी काले गैंडे 

600 ईसा पूर्व डच सैनिकों वनों की कटाई, शिकार और पक्षियों के घोंसलों को नष्ट करने के कारण सुस्तदिमाम पक्षी खत्म हो गए।

सुस्तदिमाग