Pakistan: पवन मिश्रा, नई दिल्ली; पाकिस्तान के रक्षा मंत्रालय ने सैन्यकर्मियों के वेतन में बढ़ोतरी करने फैसला लिया है। जानकारी के मुताबिक, 2016 से 2023 के दौरान सेना के जवानों और अधिकारियों के वेतन में अस्थाई वृद्धि यानी एडहॉक एलाउंस को उनके मूल वेतन में स्थाई तौर पर जोड़ दिया गया है। इसके बाद वेतन में 30 प्रतिशत की वृद्धि हो गई है।
सरकार कभी भी वेतन को ज्यादा या कम कर सकती है
साल 2016 से लेकर 2018 तक पाकिस्तान ने अपने सालाना फाइनेंस बजट में 10 प्रतिशत एडहॉक रिलीफ दिया था। वहीं 2019-20 के वित्त वर्ष में ये रिलीफ पांच फीसदी था। इसके अलावा 2018 में अल्मीजान रिलीफ फंड भी 10 फीसदी दिया गया था। बता दें कि पाकिस्तानी सेना में 2015 के बाद से मूल वेतन को बढ़ाने की जगह ‘एडहॉक वेतन’ बढ़ाया जा रहा है। एडहॉक के तहत सरकार कभी भी वेतन को ज्यादा या कम कर सकती है।
बजट का बड़ा हिस्सा सेना पर खर्च
सरकार इसे फिर खत्म कर सकती है। गौरतलब है कि पाकिस्तान सरकार अपने बजट का बड़ा हिस्सा सेना पर खर्च करती है, लेकिन रिटायर्ड फौजी को पेंशन नहीं दिए जाने का अब प्रावधान किया गया है। सेना से मिली जानकारी के मुताबिक जिन सैनिकों को एडहॉक बेनिफिट मिला है अब उन्हें पहले से ज्यादा टैक्स भी भरना पड़ेगा। इसलिए पाकिस्तानी सेना वेतन बढ़ने से खुश तो है, लेकिन नाराज भी है।
दो बार हो चुका है इजाफा
आपको बता दें कि इससे पहले पाकिस्तानी सेना में दो बार 100 प्रतिशत सैलरी का इजाफा हुआ था। पहला कारगिल की लड़ाई के बाद और दूसरा जब पाकिस्तान में पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी की सरकार थी। भले ही पाक सेना में तनख्वाह बढ़ाने का ऐलान किया गया है, लेकिन पहले से ही कर्ज में डूबे पाकिस्तान सरकार इसकी पूर्ति कैसे करेगी, ये देखने वाली बात होगी।