संजीव त्रिवेदी, नई दिल्ली: ब्रिटेन के महाराजा चार्ल्स तृतीय के राज्याभिषेक से पहले भारत से जुड़ा एक विवाद बहस का मुद्दा बन गया है। दरअसल, बर्किंघम पैलेस ने मंगलवार को घोषणा की है कि ब्रिटेन के महाराजा के रूप में किंग चार्ल्स का राज्याभिषेक अगले साल 6 मई को लंदन के वेस्टमिंस्टर एबे में होगा, लेकिन बहस ये है कि भारत की नाराजगी को देखते हुए किंग चार्ल्स तृतीय की पत्नी कैमिला उनके राज्याभिषेक के समय दिवंगत महारानी एलिजाबेथ का कोहिनूर जड़ा ताज पहनेंगी या नहीं।
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नहीं लिया अंतिम फैसला
ब्रिटेन ने अभी इस पर अंतिम फैसला नहीं लिया है क्योंकि भारत कोहिनूर को अपनी संपत्ति मानता है और 105 कैरेट के इस नायाब हीरे को लौटाने की मांग करता रहा है। ब्रिटेन ने इस मसले की ‘राजनीतिक संवेदनशीलता’ को देखते हुए इसे फिलहाल टालने का मन बनाया है। शुक्रवार को भारत ने फिर कहा कि न केवल कोहिनूर, बल्कि भारत से ले जाए गए तमाम बहूमूल्य धरोहरों को वापस किए जाने की जरूरत है। विदेश मंत्रालय प्रवक्ता ने कहा इस मामले में सरकार ने 2018 में ही संसद में बयान देकर कोहिनूर के वापसी की मांग की है।
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