Ashutosh Ojha
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साल 2003 में चीन में इस वायरस के बारे में पता चला था। यह चमगादड़ों से इंसानों में आया। इसकी वजह से 26 देशों के करीब 8000 लोग दो साल में बीमार हुए थे।
साल 2012 में यह सबसे पहले सऊदी अरब में और 2015 में दक्षिण कोरिया में फैला। यह वायरस सार्स और कोविड-19 कैटेगिरी का ही है। यह ऊंट से इंसानों में आया था।
वैज्ञानिकों ने आर्कटिक और अन्य स्थानों पर बर्फ की चोटियों के नीचे दबे वायरस से उत्पन्न खतरों के बारे में आगाह किया है। इस वायरस को जॉम्बी वायरस कहा जा रहा है।