World Radio Day: जानें Radio का इतिहासWorld Radio Day: जानें Radio का इतिहासAshutosh Ojhaलोगों में छा जाता था सन्नाटा ये आकाशवाणी है, अब आप समाचार सुनिए.। एक समय था जब ये आवाज रेडियो से निकलती थी तो लोगों में सन्नाटा छा जाता था।रेडियो की कहानीविश्व रेडियो दिवस पर आइए जानते हैं कभी लोगों के दिलों पर राज करने वाले रेडियो की रोचक कहानी.शुरुआत भारत में रेडियो की शुरुआत साल 1927 में मुंबई और कोलकाता में हुई।राष्ट्रीयकरणसाल 1930 में इसका राष्ट्रीयकरण हुआ। तब इसका नाम इंडियन ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन था।नया नाम मिला8 जून 1936 को रेडियो को एक नया नाम मिला- "ऑल इंडिया रेडियो" जिसे हम आकाशवाणी के नाम से भी जानते हैं।पहली बार सिग्नल भेजाबता दें, रेडियो के आविष्कारक मार्कोनी ने पहली बार 1895 में इटली में रेडियो सिग्नल भेजा था।अमेरिका में पहली बार13 फरवरी 1946 में अमेरिका में पहली बार रेडियो ट्रांसमिशन से संदेश भेजा गया था।रेडियो दिवस की घोषणाविश्व रेडियो दिवस की घोषणा साल 2011 में यूनेस्को के सदस्यों देशों ने की थी।