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दूध प्रोटीन के सबसे महत्वपूर्ण स्रोतों में से एक है।
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30 वर्ष से अधिक उम्र के अधिकांश लोग लैक्टेज एंजाइम की कमी के कारण दूध को सहन नहीं कर पाते हैं। हालांकि हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए दूध का सेवन करना महत्वपूर्ण है, लेकिन समय भी महत्वपूर्ण है।
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कैलिफोर्निया स्थित गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट डॉ पलानीअप्पन मनिकम ने बताया, 'छोटी आंत में लैक्टेज एंजाइम नामक एक एंजाइम होता है जो दूध में मौजूद लैक्टोज को ग्लूकोज और गैलेक्टोज जैसे छोटे अणुओं में तोड़ देता है और आसानी से अब्सॉर्ब हो जाता है।
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बच्चों के शरीर में लैक्टेज एंजाइम मौजूद होता है जो उन्हें दूध को आसानी से पचाने में मदद करता है। हालांकि, 5 वर्ष से ऊपर की आयु से, शरीर में लैक्टेज का उत्पादन कम होता जाता है।
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लगभग 30 वर्ष की आयु में लैक्टेज का उत्पादन शून्य हो जाता है। लैक्टेज एंजाइम के बिना, दूध सीधे बड़ी आंत तक पहुंचता है और इसमें मौजूद बैक्टीरिया अपच का कारण बन सकते हैं।
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व्यक्ति को रात में सोने से ठीक पहले दूध नहीं पीना चाहिए क्योंकि इससे पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
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मनिकम ने कहा, 'यहां तक कि अगर आपको पाचन संबंधी समस्या नहीं है, तो भी सोने से ठीक पहले दूध न पिएं।
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दूध में ट्रिप्टोफैन होता है जो अच्छी नींद के लिए मेलाटोनिन को बढ़ावा देने के लिए सेरोटोनिन जारी करता है, लेकिन समय महत्वपूर्ण है।
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अगर आप दूध पीना चाहते हैं तो कृपया सोने से 2 से 3 घंटे पहले पिएं, ठीक पहले नहीं।