Prerna Joshi
व्यक्ति को शेयर मार्केट, बैंक अकाउंट और म्यूचुअल फंड जैसी कई जगहों पर पैसा लगाने के लिए बार-बार KYC करवानी पड़ती है। इससे छुटकारा पाने के लिए यूनिफॉर्म KYC या CKYC ऑप्शन लाया जा रहा है।
जहां नॉर्मल KYC में बार-बार KYC की जरूरत पड़ती है, वहीं CKYC में एक बार ही डॉक्यूमेंट देने होंगे। इसके बाद 14 अंक का CKYC आइडेंटिफिकेशन नंबर दिया जाएगा, जिसकी मदद से फाइनेंशियल काम हो पाएंगे।
इसके आने के बाद बार-बार KYC करने, कस्टमर की डिटेल्स और डॉक्यूमेंट्स को वेरीफाई करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
कस्टमर को CKYC रजिस्ट्रेशन अथॉरिटी पर जाकर फॉर्म भरना होगा। इसके साथ-साथ डॉक्यूमेंट सेल्फ अटेस्ट, ईमेल-मोबाइल नंबर और बाकी डिटेल्स भरें। वेरिफिकेशन के बाद CKYC नंबर मिलेगा।
यह सभी कस्टमर्स के लिए अनिवार्य नहीं होगी। फाइनेंशियल कामों में कस्टमर इसका ऑप्शन चुन सकते हैं।
फोटो और एड्रेस प्रूफ मेन डॉक्यूमेंट हैं। इसके अलावा, पैन कार्ड, आधार कार्ड, कोई बाकी डॉक्यूमेंट जैसे ड्राइविंग लाइसेंस या पासपोर्ट भी दे सकते हैं।