यूरोक्रोम पिगमेंट की वजह से यूरिन का रंग हल्के पीले से डार्क दिखने लगता है। यूरोक्रोम का बनना शरीर में हीमोग्लोबिन के टूटने की वजह से होता है।
हल्के पीले से गहरा पीला रंग
पेशाब का रंग जब लाल और गुलाबी हो जाए तो यह प्रोस्टेट, किडनी स्टोन, ब्लैडर या ट्यूमर का संकेत हैं।
गुलाबी और लाल रंग
कई बार पेशाब का कलर नारंगी भी होता है। यह बॉडी में डिहाईड्रेशन का संकेत है। पीलिया होने पर भी पेशाब का रंग नारंगी और मल का रंग हल्का हो जाता है।
नारंगी रंग
पेशाब का रंग नीला और हरा भी हो सकता है। कभी-कभी कुछ मेडिसन में मेथिलीन ब्लू नाम के एक डाई का यूज होता है। इससे नीला रंग दिखता है, लेकिन ये रंग किडनी और ब्लैडर से जुड़ी बीमारियों का इशारा करता है।
नीला और हरा रंग
यूरिन का डार्क ब्राउन रंग डिहाईड्रेशन की ओर इशारा करता है। वहीं, यह रंग लिवर से जुड़ी बीमारी की ओर भी इशारा करता है।
डार्क ब्राउन रंग
अंग्रेजी मेडिसिन के ज्यादा सेवन से ये रंग यूरिन का हो सकता है, लेकिन अगर ऐसा कुछ भी नहीं खा रहे हैं, तो आपको तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए।
ग्रीन ब्राउन यूरिन
यूरिन का रंग धुंधला अगर दिखता है, तो ये गंभीर ब्लैडर संक्रमण का खतरा होता है और कई बीमारियों का कारण बन सकता है।