दर्जी का बेटा पहले ही अटेंप्ट में बना IAS अफसर, क्या थी Strategy
Ashutosh Ojha
प्रबल इच्छाशक्ति
आज हम आपको बता रहे हैं उस शख्स के बारे में जिसने तमाम दिक्कतों का सामना करते हुए पहले ही अटेंप्ट में यूपीएससी की एग्जाम क्रेक कर दिखा दिया कि अगर प्रबल इच्छाशक्ति हो तो कुछ भी असंभव नहीं।
पिता दर्जी
महाराष्ट्र के रहने वाले IAS विजय अमृत कुलंगे के पिता दर्जी का काम करते थे और मां खेतों में मजदूरी। इस कारण उनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी।
MBBS करने की थी इच्छा
विजय अमृत कुलंगे की इच्छा MBBS की डिग्री हासिल करने की थी। लेकिन आर्थिक तंगी की वजह से वे MBBS नहीं कर सके।
शिक्षक बने
बाद में डिप्लोमा इन एजुकेशन करने के बाद वे एक प्राइमरी स्कूल में शिक्षक बन गए।
सेल्स टैक्स अफसर बने
स्कूल में पढ़ाते-पढ़ाते उन्होंने महाराष्ट्र लोक सेवा आयोग की परीक्षा दी। तीसरे प्रयास में सक्सेस मिली और वो सेल्स टैक्स में अधिकारी बन गए।
UPSC का सुझाव
विजय अमृत कुलंगे जब सैल्स टैक्स अधिकारी के पद पर नौकरी कर रहे थे, तब एक IAS अधिकारी ने उन्हें UPSC की तैयारी करने का सुझाव दिया।
176वीं रैंक
इसके बाद कुलंगे UPSC की तैयारी में जुट गए और पहले ही प्रयास में उनकी 176वीं रैंक आई। उन्हें 2013 में ओडिशा कैडर में नियुक्त किया गया।
BMC में कमिश्नर
वर्तमान में विजय अमृत कुलंगे भुवनेश्वर नगर निगम (BMC) में कमिश्नर के पद पर तैनात हैं।