Ashutosh Ojha
भारत में करीब 9 लाख रजिस्टर्ड मंदिर हैं जिनमें से 4 लाख मंदिरों में दिल खोलकर चढ़ावा आता है और उससे जुड़े लोगों का घर-बार भी चलता है।
हमारे देश की ‘टेंपल इकोनॉमी’ यानी मंदिर में आने वाला चंदा और मंदिर का खर्च कई देशों के बजट से कई गुना ज्यादा है। आइए जानते हैं देश के प्रमुख मंदिरों के सालाना चंदे के बारे में...
ट्रैवल गाइड टूरमाईइंडिया के अनुसार, इस मंदिर से हर साल 500 करोड़ रुपये से ज्यादा की आय होती है।
मुंबई के सिद्धिविनायक मंदिर को दान और चढ़ावे से सालाना करीब 125 करोड़ रुपये आते हैं।
अयोध्या में श्रीराममंदिर ट्रस्ट को मिले चंदे की बात करें तो यह अब तक 6000 करोड़ रुपए के पार पहुंच गया है। यह देश के कोविड वैक्सीनेशन बजट से काफी ज्यादा है।