भारत में तड़का लगाने  के हैं कई तरीके

Deeksha Priyadarshi

भारतीय खाने के स्वाद का राज तड़के में छिपा है। यहां जगह के बदलते ही तड़का लगाने का तरीका और नाम दोनों बदल जाता है।  कहीं इसे छौंक, कहीं बघार और कभी धुंगार कहते हैं।

तड़के में छुपा स्वाद का राज

तड़का किसी भी खाने के फीकापन दूर करता है। कई लोग बेहतर डाइजेशन के लिए भी तड़का लगाते हैं।

खाने का फीकापन करता है दूर

गुजरात में तड़का लगाने को बघार कहते हैं। वहां दाल बघारी जाती है, लेकिन पंजाब में दाल में तड़का लगाया जाता है।

गुजरात में दाल बघारी जाती है

उत्तराखंड और हिमाचल में तड़के को ‘जखिया’ कहते हैं। पेट सही रहे इसलिए कई लोग हींग का तड़का लगाते हैं।

उत्तराखंड में जखिया कहते हैं

यूपी-बिहार में हींग, राई, जीरा, लहसुन, कड़ी पत्ता, तेजपत्ता, पंचफोड़न और मिर्च जैसे चीजों से छौंका लगाया जाता है।

यूपी-बिहार में दाल में  छौंक लगाया जाता है

राजस्थान में घी के तड़के का बहुत चलन हैं। यहां कई जगहों में अंगार को बीच में रख उस पर घी डालकर खाने ता जायका बढ़ाया जाता है। इसे ही वे ‘धुंगार’ कहते हैं।

राजस्थान में घी के तड़के का चलन